Vastu Tips: वास्तु दोष की वजह से हो सकती है कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी, जानें कैसे करें बचाव

Written By नितिन शर्मा | Updated: Nov 15, 2024, 09:28 AM IST

वास्तुदोष न सिर्फ आपकी जीवन को प्रभावित करता है. यह आर्थिंक तंगी से लेकर घर में बीमारियों को बढ़ाता है. ऐसे में कुछ उपाय आपको वास्तुदोष से छुटकारा दिला सकते हैं.

Vastu Dosh Effects Health: आज के समय में बीमारियों का खतरा बढ़ता जा रहा है. इसके पीछे की वजह खराब लाइफस्टाइल और खानपान है. वहीं इन बीमारियों में कैंसर भी शामिल है, जिसके मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है. इस बीमारी के पीछे आपका खानपान और लाइफस्टाइल के साथ ही वास्तु भी जिम्मेदार है. वास्तु दोष लगने पर घर में बीमारी से लेकर आर्थिंक तंगी समेत कई अन्य समस्याएं बढ़ती हैं, जो व्यक्ति के जीवन में बर्बाद कर देता है. 

ज्योतिषाचार्य की मानें तो वास्तुदोष और कैंसर का संबंध सुनने में अजीब लगता है, लेकिन कई मामलों में यह देखा गया है, जब घर बनाने से लेकर उसमें कमरे या किचन गलत दिशा बना देते हैं. इसके अलावा उठने बैठने और गलत दिशा में सोने से वास्तु दोष प्रकट होता है. यह घर में रहने वाले लोगों की परेशानी को बढ़ाता है. इस वजह से घर में सकारात्मक और नकारात्मक ऊर्जा के बीच असंतुलन पैदा हो जाती है. इसी के चलते घर में रहने वाले लोगों की सेहत पर बुरा प्रभाव पड़ता है. ऐसे रोगों में कैंसर रोग भी शामिल है.

इन वजहों से हो सकता हैं कैंसर

घर की उत्तर पूर्व दिशा को कभी भी पूरी तरह से बंद न करें. ऐसा करने से व्यक्ति के फेफड़े कमजोर हो जाते हैं. सीने में कैंसर होने की संभावन पैदा हो जाती है. ऐसी स्थिति से बचने के लिए घर की उत्तर पूर्वी दिशा की ऊंचाई को कम रखना चाहिए. 

घर की पश्चिम दिशा 

जिन घरों की पश्चिम दिशा दबी हुई होती है. वहां भी ब्रेन कैंसर जैसी घातक बीमारी का खतरा बढ़ जाता है. इसलिए घर की पश्चिम दिशा बिल्कुल भी दबनी नहीं होनी चाहिए. दक्षिण दिशा भी नीची नहीं होनी चाहिए. अगर ऐसा है तो इसे तुरंत उठा दें. 

उत्तर दिशा गंदी रहती है

घर में साफ सफाई का बड़ा महत्व है. खासकर उत्तर दिशा का सही और साफ होना बेहद जरूरी है. इस दिशा में गंदगी जमा होने पर छाती में कैंसर जैसी घातक बीमारी होने की संभावना बढ़ जाती है. वहीं यह यूट्स कैंसर की भी वजह बन सकती है. 

दो वास्तुदोष 

वास्तु के अनुसार, कैंसर से पीड़ित लोगों के घर में कम से कम दो वास्तु दोष जरूर होते हैं. इनमें एक ईशान कोण वाले भाग का कटा या गोल होना. वहीं दूसरा ईशान कोण का घर की दूसरी दिशाओं के मुकाबले ज्यादा ऊँचा होना शामिल है. 

कैंसर रोग में ग्रहों की भी होती है भूमिका

कैंसर जैसे घातक रोग में न सिर्फ आपका खानपान, लाइफस्टाइल, वास्तु ही जिम्मेदार नहीं होता. इसमें आपकी कुंंडली में ग्रहों की भूमिका भी होती है. कर्क राशि, चंद्र और मंगल  इन सभी ग्रहों की कैंसर जैसी घातक बीमारी में अहम भूमिका होती हैं. इन ग्रहों के अलग अलग भाव और स्थान में विराजमान होने पर कैंसर जैसी बीमारी का खतरा बढ़ता है. 

यह हैं कैंसर से बचने के उपाय

अगर आप इस घातक बीमारी से बचना चाहते हैं तो खानपान और लाइफस्टाइल का खास ध्यान रखें. इसके अलावा कच्ची हल्दी का सेवन जरूर करें. मसूर की दाल को दान करें. खानपान में चांदी के बर्तनों का इस्तेमाल करें. मिट्टी की कुंजी में तेल भरकर नदी की रेत में दबा दें. साथ ही आठ और नौ मुखी रुद्राक्ष लग्नेश के रत्न के साथ गले में धारण कर सकते हैं. कैंसर के मरीज हैं तो डॉक्टर से उचित इलाज जरूर लें. इसके अलावा वास्तु एक्सपर्ट्स की सलाह भी ले सकते हैं. 

(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ से परामर्श करें.)  

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