डीएनए हिंदीः हिंदू धर्म (Hindu Dharma) में घर की बनावट से लेकर घर में मौजूद सभी चीजों की दिशा का विशेष ध्यान रखा जाता है. वास्तु शास्त्र (Vastu Shastra) में सभी के लिए दिशाओं को निश्चित किया गया है. ऐसे में घर बनाते समय इन सभी वास्तु नियमों (Vastu Tips) का खास ध्यान रखना चाहिए. ऐसा न करने पर आपको कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. तो चलिए आपको इन नियमों (Vastu Tips) के बारे में बताते हैं. आप घर बनाते समय इन नियमों (Vastu Tips) का ध्यान रखेंगे तो आपको धन-धान्य की प्राप्ति होगी और जीवन में सफलता मिलेगी.
इन महीनों में करें घर बनाने की शुरुआत
हिंदू पंचांग के अनुसार, घर बनाने के लिए वैशाख, श्रावण, कार्तिक और मार्गशीर्ष और फाल्गुन माह को शुभ माना जाता है. इन महीनों में घर का निर्माण शुरू कराया जाए तो व्यक्ति को कभी भी धन-धान्य की कमी नहीं होती है.
नींव की खुदाई के समय करें विधिवत पूजा
नींव की खुदाई के समय पंडित से विधिवत तरीके से कलश और सर्प रखवाना चाहिए. घर की नींव में चांदी का सर्प बननाकर रखना चाहिए. ऐसा करने से यह सर्प शेषनाग की तरह घर की रक्षा करता है. ऐसे में घर पर कोई भी विपदा नहीं आती है.
Neem Karoli Baba: 15 जून को मनाया जाएगा कैंची धाम का स्थापना दिवस, जोरों से चल रही है भव्य आयोजन की तैयारी
इस दिशा से करें खुदाई की शुरुआत
नींव की खुदाई हमेशा उत्तर और पूर्व दिशा से करनी चाहिए. सबसे अंत में पश्चिम दिशा की खुदाई करनी चाहिए. ऐसे ही सबसे पहले दक्षिण दिशा की दीवार बनानी चाहिए और इसके बाद पश्चिम की दीवार बनानी चाहिए.
मुख्य द्वार पर इन बातों का रखें ध्यान
घर का मुख्य द्वार उत्तर दिशा में सबसे अच्छा माना जाता है. हालांकि इस दिशा में मुख्य द्वार नहीं बन सकता है तो आप उत्तर पूर्व दिशा में भी मेन गेट बनवा सकते हैं.
घर का आकार
लोग घरों को स्टाइलिश बनाने के लिए किसी भी आकार का घर बना लेते हैं हालांकि वास्तु की दृष्टि से ऐसा करना गलत होता है. घर हमेशा आयताकार और चौकोर आकार का ही होना चाहिए. वर्गाकार प्लाट होने पर थोड़ी जगह घर के आगे छोड़कर मकान बनाना चाहिए.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.