डीएनए हिंदी: (Vastu Tips For Home) अपना घर लेना हर किसी का सपना होता है. लोग जीवन भर की पूंजी एकत्र कर अपने लिए फ्लैट या मकान खरीदते हैं. कुछ लोग जमीन लेने के बाद मकान बनवाते हैं. इस दौरान घर या मकान की सुंदरता ही आकर्षण का केंद्र नहीं है. अगर आप सिर्फ घर मकान की सुंदरता को देखकर उसे खरीदने या बनाने का फैसला कर चुके हैं तो रुक जाये. इसकी वास्तु पर जरूर ध्यान दें. एक्सपर्ट्स की मानें तो अच्छा फ्लैट या मकान सिर्फ सुंदरतर ही साबित नहीं करती. उसका डायरेक्शन और वास्तु सही होना जरूरी है. इसी के बाद आप अपने घर में प्रसन्न रह सकते हैं. इसके लिए फ्लैट या मकान किचन, बाथरूम, बेडरूम, खिड़कियों से बालकनी तक सभी चीजों की स्थिति और दिशा पर ध्यान देना बेहद जरूरी है.
कोई भी फ्लैट या मकान घर तब बनता है, जब उसमें रहने वाले लोग प्रसन्न हो. घर में सुख और शांति व आरोग्यता बनी रहे. इसमें सबसे अहम रोल वास्तु निभाता है. फ्लैट, मकान यानी घर का वास्तु ठीक होने पर दिन दोगुनी तरक्की होना शुरू हो जाती है. घर में जन्नत के समान बन जाता है, लेकिन वास्तु दोष आपके जीवन को परेशानियों से भर सकता है. इसकी शुरुआत आपके घर से ही हो सकती है. इसलिए मकान या फ्लैट खरीदने समय वास्तु दोष का बेहद ध्यान रखना चाहिए. घर या मकान खरीदते समय इन 9 बातों का जरूर ध्यान रखें.
नया फ्लैट खरीदते या मकान बनवाते समय रखें इन बातों का ध्यान
-अगर आप नया फ्लैट ले रहे हैं या मकान बनवा रहे हैं तो सबसे पहले उसके वेंटिलेशन पर ध्यान दें. यह उत्तर या पूर्व दिशा में बना होना चाहिए. किसी दूसरी दिशा में इनका होना धन हानि पहुंचाता है. घर में कई सारी परेशानियां आती रहती हैं.
-घर के सभी कोने समकोण होने चाहिए. इनमें कोण वेध वास्तु दोष को प्रभावित करता है, जो व्यक्ति के लिए परेशानी से भर हो सकता है.
-किसी भी घर में टॉयलेट और बाथरूम की दिशा वास्तु के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण साबित होती है. घर में दक्षिण या पश्चिम दिशा में टॉयलेट या बाथरूम होना चाहिए.
-किसी भी अपार्टमेंट फ्लैट की ईशान यानी उत्तर पूर्व दिशा में भगवान का मंदिर पूजा स्थान होना शुभ होता है. इसके अलावा किसी दूसरे स्थान में पूजा का स्थान वास्तु दोष को प्रकट करता है.
-घर या रसोई में ध्यान दें कि उसका दरवाजा खाना बनाने वाले की पीठ की तरफ न हो. ऐसा होना किचन में खाना बनाने वाले के लिए परेशानी खड़ा कर सकता है. ऐसे में खाना बनाने वाली घर की महिला के कंधों और कमर में दर्द की समस्या रह सकती है.
-किचन में बर्तन धोने का सिंक दक्षिण दिशा में नहीं होना चाहिए. ऐसा होने से वास्तु दोष लगता है, जिसके चलते घर में खर्च बढ़ता है. व्यक्ति परेशान रहता है और खर्चे का अंत नहीं होता.
-किचन में पूर्व दिशा की तरफ मुंह करके खाना बनाना सबसे अच्छा होता है. इससे वस्तु दोष नहीं रहता है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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