डीएनए हिंदी: भगवान राम के 14 वर्ष का वनवास काटने के बाद अयोध्या लौटने के खुशी में पूरा नगर दीपों से सजाया गया था और तब से हर साल कार्तिक मास की अमावस्या पर दीप जलाने की परंपरा चली आ रही है.
दीवाली को दीपों का त्योहार कहा जाता है इसलिए इस दिन दीप जरूर जलाएं. सिर्फ परंपरा निभाने के लिए लाइट्स न जलाएं. बल्कि दीप जलाएं. और दीप जलाने के सही तरीके और नियम के बारे में भी जान लें तभी विपदाएं दूर होंगी और घर में सुख-समृद्धि का वास होगा. चलिए जानते हैं दीया जलाने का सही तरीका क्या है.
दिवाली पर जान लें दिया जलाने का सही तरीका (Diwali Par Deepak Jalane Ka Shi Tarika in Hindi)
दीपक रखने की सही दिशा
कई बार दीया लोग सही दिशा का ध्यान नहीं रखते जिसकी वजह से घर में नकारात्मक ऊर्जा पैदा होती है. दीपक जलाने के बाद उसकी दिशा का खास ध्यान रखना बेहद जरूरी है. कभी भी दीपक को कोनों में नहीं रखना चाहिए और न ही दीपक को कभी पश्चिम दिशा में रखना चाहिए. खंडित दीये का प्रयोग नहीं करना चाहिए.
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दीपक की बाती
अगर आप घर में घी का दीया जला रहे हैं तो दीपक में रुई की बाती का प्रयोग करें और अगर आप तेल का दीपक जला रहे हैं तो लाल धागे का इस्तेमाल करें. इससे मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है.
दीपक जलाते समय इस मंत्र का करें जाप
शुभम करोति कल्याणं, आरोग्यं धन संपदाम्, शत्रु बुद्धि विनाशाय, दीपं ज्योति नमोस्तुते।।
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इन खास बातों का भी रखें ध्यान
दीया हमेशा अपने बायें हाथ की तरफ से जलाना शुरू करना चाहिए. इसके अलावा दिवाली पर घर के मुख्य द्वार पर बड़ा दीपक रखना चाहिए. दीपक जलाते समय शुभ मुहूर्त का भी ध्यान रखना चाहिए इससे मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं. वास्तु शास्त्र के अनुसार ऐसा करने से सकारात्मकता बनी रहती है और नकारात्मकता खत्म होती है. साथ ही घर में हमेशा सुख-समृद्धि का वास होता है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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