Vidur Niti: महिलाओं के स्वभाव के बारे में क्या सोचते हैं? विदुर नीति के दावे चाणक्‍य से भी ज्‍यादा चौंकाने वाले हैं 

Written By ऋतु सिंह | Updated: Nov 17, 2024, 08:12 AM IST

महिलाओं के बारे में क्या कहती है विदुर नीति

Vidur Niti On Woman: आचार्य चाणक्य की नीतियों के बारें में तो आपने बहुत कुछ जाना होगा, खासकर महिलाओं के विषय में लेकिन विदुर नीति में महिलाओं के बारे में जो बताया गया है वह आप जानते हैं? चाणक्य नीति से इतर विदुर शास्त्र में महिलाओं के नेचर, बिहेवियर और साइकोलॉजी में बिलकुल अलग ही बताया गया है.

आचार्य चाणक्य ने मानव स्वभाव, महिलाओं के गुण और व्यापार में कैसे चतुर बनें, इस पर लिखा है. इसे चाणक्य नीति कहा जाता है. स्त्रियों के गुण और स्वभाव के बारे में जितना चाणक्य ने लिखा है, उतना ही महाभारत में महात्मा विदुर ने भी अपने विचार व्यक्त किये हैं. चाणक्य ने स्त्रियों की गरिमा और चरित्र पर प्रकाश डाला है जबकि विदुर ने स्त्रियों के गुणों के बारे में लिखा है. 

विदुर ने कहा है कि नारी के बिना इस सृष्टि और जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती. महात्मा विदुर ने अपनी नीति में जो लिखा है उसे पढ़कर महिलाएं अधिक प्रसन्न होंगी. विदुर के अनुसार, सनातन धर्म में महिलाओं को देवी का दर्जा दिया गया है और जहां महिलाओं का सम्मान किया जाता है, वहां भगवान की सुगंध होती है. 
 
स्त्रियों का स्वभाव

महात्मा विदुर ने स्त्रियों को सौभाग्यशाली और सौभाग्यशाली बताया है. विदुर कहते हैं कि स्त्रियों को उनके स्वभाव के कारण ही प्रकृति ने अनेक वरदान दिये हैं. महिलाएं स्वभाव से सौम्य, शालीन, नेक और समझदार होती हैं. जिस घर की महिलाएं समझदार होती हैं. उस घर में सदैव सुख-शांति बनी रहती है. उस घर में कभी भी वस्तुओं की कमी नहीं होती. 

हिलाएं घर की लक्ष्मी

शास्त्रों में स्त्रियों को लक्ष्मी भी कहा गया है. विदुर भी कहते हैं कि महिलाएं घर की लक्ष्मी होती हैं. पहले के समय में हमारे पूर्वज महिलाओं के हाथ में धन और अनाज दिया करते थे. इसीलिए महिलाओं को घर की लक्ष्मी कहा जाता है. 

स्त्रियों का सम्मान नहीं तो...

महात्मा विदुर ने कहा है कि जिस घर में स्त्रियों का सम्मान होता है, वहां देवी-देवता प्रसन्न होते हैं. जिस घर में नारी का सम्मान नहीं होता, वहां देवता नहीं होते. इसलिए हमेशा घर में महिलाओं का आदर और सम्मान करें. 

महिलाएं सुख-समृद्धि लाती हैं

जीवन में सफलता और समृद्धि पाने के लिए महिलाओं का सम्मान करना बहुत जरूरी है. क्योंकि पुरुष जीवन भर किसी न किसी स्त्री के सानिध्य में रहता है. किसी भी इंसान की सफलता में एक महिला अहम भूमिका निभाती है. स्त्री के त्याग से ही पुरुष सफल होता है. स्त्री के बिना पुरुष का अस्तित्व नहीं है. 

(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ से परामर्श करें.)  

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