डीएनए हिंदी : शादियों का सीज़न अपने आख़िरी दौर में है. आज से आषाढ़ का महीना शुरु हो रहा है. विवाहों का सीजन अंतिम दौर में चल रहा है. देश भर के हिंदू आचार्यों के मुताबिक अब केवल सात दिन ही शादी की शहनाइयां बज सकती है. शादी के ये मुहूर्त 17 जून से जुलाई के पहले हफ्ते तक ही चलेंगे. 10 जुलाई को देवशयनी एकादशी है, उस दिन से शादी-विवाह सरीखे मांगलिक कार्यों पर आने वाले चार महीने के लिए विराम लग जाएगा.
10 जुलाई से क्यों नहीं होंगी शादियां
पंडितों के मुताबिक़ 10 जुलाई के बाद से पूरे अगस्त, सितम्बर और अक्टूबर में कोई भी शुभ मुहूर्त नहीं होगा. इस वजह से इस पूरे महीने शादियों शादी पर रोक होगी. तमाम मांगलिक कार्यों की शुरुआत वापस 25 नवंबर से होगी.
हालांकि आम तौर पर देवउठनी एकादशी से शादियों की शुरुआत हो जाती है. इस बार यह एकादशी 4 नवम्बर को है मगर शुक्र ग्रह के अस्त होने की वजह से 4 नवम्बर से 24 नवम्बर तक कोई मांगलिक कार्य नहीं हो पाएगा.
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जून और जुलाई में इन दिनों होंगी शादियां
जून में 17, 23 और 24 तारीख को शादियों के लिए मुक़र्रर किया गया है. वहीं जुलाई में 4, 6, 7, 8 और 9 तारीख को शादी के लिए उत्तम मुहूर्त माना गया है. आषाढ़ के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि जो कि 8 जुलाई पड़ रही है, उसे अबूझ मुहूर्त माना गया है. यह अक्षय तृतीया जैसा ही है. जिनकी कुंडली में विवाह के लिए शुभ मुहूर्त आने वाले एक साल तक न हो वे 8 जुलाई को विवाह कर सकते हैं.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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