Radha Vanshi Gopal Ji Mandir: उत्तर प्रदेश धार्मिक पर्यटन के लिए काफी प्रसिद्ध है. काशी विश्वनाथ मन्दिर, अयोध्या राम मंदिर, मथुरा-वृंदावन समेत कई मशहूर धार्मिक स्थल है. आज हम वृंदावन के एक अनोखे मंदिर (Mandir In Vrindavan) के बारे में आपको बताएंगे. वैसे तो मथुरा-वृंदावन (Mathura Vrindavan) में कई मंदिर हैं लेकिन यहां एक ऐसा मंदिर मौजूद है जहां लोग पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए मंदिर के पत्थरों पर नाम लिख कर लगाते हैं.
मोक्ष की प्राप्ति के लिए करते हैं ये काम
वृंदावन में मौजूद यह मंदिर यमुना किनारे स्थित है. यहां पर लोग अपने पूर्वजों की आत्मा की शांति और मोक्ष प्राप्ति के लिए दर्शन करने आते हैं. श्री राधा वंशी गोपाल जी मंदिर की मान्यका है कि, पत्थर पर नाम लिखकर इस मंदिर में लगाने से भटकती आत्मा का शांति मिलती है. मंदिर में आस-पास पूरे में नाम गुदे हुए पत्थर देखने को मिलते हैं.
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क्या है इन पत्थरों की कहानी?
मंदिर में एक-दो नहीं, बल्कि नाम गुदे हुए सैकड़ों पत्थर लगे हुए हैं. जिन लोगों की पूर्वजों की आत्मा को मोक्ष नहीं मिलता है वह मंदिर में पत्थर लगवाते हैं. मंदिर में अधिकतर पत्थर उड़िया भाषा में नाम लिखे हुए हैं. इस मंदिर के बनने के बाद से ही यहां पर नाम लिखे हुए पत्थर लगाए जा रहे हैं. पूर्वजों के देहान्त के बाद उनके परिजन मंदिर में पत्थर लगवाते हैं.
क्यों है ऐसी मान्यता?
मथुरा-वृंदावन के कन-कन में श्री कृष्ण राधा विराजमान हैं. ऐसी मान्यता है कि, जब ब्रज की रज यानी धूल जब आत्माओं के नाम के पत्थर पर पड़ती है तो भगवान श्री कृष्ण उन्हें अपने पास बुला लेते हैं. ब्रजवासियों के चरणों में खास शक्ति है, उनके चरणों के इन पत्थरों पर पड़ने से आत्मा धन्य हो जाती है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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