डीएनए हिंदीः डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जो खराब लाइफस्टाइल के कारण ही ज्यादा होती है. लेकिन टाइप 1 डायबिटीज जेनेटिक होती है, हालांकि दोनों के होने के पीछे वजह ज्याेतिष के अनुसार ग्रहों से भी जुड़ा है. क्या आपको मालूम है कि तमाम बीमारियों का संबन्ध हमारे ग्रहों से भी होता है? कुंडली में ग्रहों की खराब स्थिति केवल दुर्भाग्य ही नहीं रोगों के लिए भी जिम्मेदार होती है, ताे चलिए जानते हैं कि डायबिटीज किन ग्रहों की वजह से होती है.
शुक्र बनता है बीमारी की वजह
शुक्र विलासिता और सांसारिक सुखों का कारक होता है लेकिन उसके लिए ही जिसकी कुंडली में शुक्र मजबूत हो. जाता है. जिसकी कुंडली में शुक्र की स्थिति बेहतर होती है उसका जीवन काफी आरामदायक और विलासिता पूर्ण होगा. लेकिन अगर शुक्र कमजोर है तो ये कई तरह के रोग, कष्ट और परेशानियों का कारण भी बनता है. इस के कमजोर होने से व्यक्ति को डायबिटीज, कुष्ठ रोग, गुप्त रोग और गर्भाशय संबंधी समस्याएं हो सकती हैं.
राहु और शनि भी होता कारण
राहु और शनि भी कई बीमारियों की वजह होते हैं. आजीवन या लंबी बीमारियों की वजह शनि या राहु को माना जाता है. ऐसे में कई बार शनि की खराब स्थिति डायबिटीज समेत अन्य रोगों की वजह बन सकती है. राहु की वजह से मानसिक समस्याएं होती है और मानसिक कष्ट से तनाव, भ्रम, डर, नींद न आना और डायबिटीज भी होती है. अत्यधिक तनाव के कारण डायबिटीज की संभावना होती है,
डायबिटीज कंट्रोल के ज्योतिषिय उपाय
- रुद्राक्ष की माला पहनें.
- तांबे का छल्ला या कड़ा जरुर पहनें।
- शुक्र की मजबूती के लिए ओम सं शुक्राय नमः मंत्र का जाप करें.
- शुक्रवार के दिन सफेद चीजें जैसे सफेद वस्त्र, चावल, चीनी, दूध, दही आदि का दान करें.
- सफेद मोती, सफेद पुखराज, सफेद टोपाज आदि रत्न धारण करें.
- शनिवार के दिन गरीब, कमजोर व असहायों की मदद करें.
- पीपल के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाएं.
- हनुमान बाबा की आराधना करें और सूर्य को अर्घ्य दें.
- काले कुत्ते को सरसों का तेल लगाकर रोटी खिलाएं
- राहु की शांति के लिए ओम भ्रां भ्रीं भ्रौं सः राहुवै नमः मंत्र का जाप करें.
- रोजाना सुबह तुलसी के पत्ते का सेवन करें.
- महादेव की आराधना करें.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ से परामर्श करें.)
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