Devi Sita Name: माता सीता के 12 नाम क्या हैं? जानिए हर नाम का महत्व

Written By ऋतु सिंह | Updated: Jan 23, 2024, 12:03 PM IST

Devi Sita Name

क्या आप देवी सीता के 12 नाम और हर नाम के महत्व के बारे में जानते हैं?

डीएनए हिंदीः श्रीरामचरितमानस में भगवान श्रीराम और माता सीता के जीवन का विस्तृत वर्णन मिलता है. इसके अलावा श्री रामचरितमानस में भगवान श्री राम के अन्य नामों का भी उल्लेख किया गया है. आज आप जानेंगे कि माता सीता के अन्य नाम क्यों और किस लिए हैं. 

जानकी 
शास्त्रों में माता सीता के पिता को जनक नाम दिया गया है. राजा जनक अपनी पुत्री सीता से बहुत प्रेम करते थे. इसी कारण माता सीता को जानकी कहा जाता है.
 
लक्षक 
माता सीता को धन की देवी माता लक्ष्मी माना जाता है. उनकी प्रजा उन्हें लक्ष्मी स्वरूप मानती थी और लक्षक कहकर संबोधित करती थी.

भूमि 
ऐसा माना जाता है कि माता सीता का जन्म खेत में हल चलाते समय हुआ था. पृथ्वी से उत्पन्न होने के कारण शास्त्रों में उन्हें भूमि नव कहकर संबोधित किया गया है.
 
मैथिली 
महाराज जनक के राज्य का नाम मिथिला था. इसी कारण मिथिला के लोग इन्हें मिथिली कहते थे. इसलिए शास्त्रों में माता सीता का यह नाम मिलता है. 
 
सीता 
हल के अग्र भाग को आसन कहते हैं. साथ ही यह भी माना जाता है कि खेत जोतते समय हल के अगले भाग से कलश छूटने पर माता सीता का जन्म हुआ था. अत: सीता के कारण उनका नाम सीता रखा गया.
 
मृण्मयी 
माता सीता मन-वचन कर्म से पवित्र थीं और शास्त्रों में मिट्टी को भी पवित्र माना गया है इसलिए बांध से उत्पन्न होने के कारण उनका नाम मृणमयी रखा गया.
 
वैदे
धार्मिक मान्यता है कि राजा जनक को विदेहराज जनक भी कहा जाता था, उनके पिता के नाम पर उनका नाम वैदे भी रखा गया था. 
 
सिया 
ऐसा कहा जाता है कि माता सीता को सिया के नाम से जाना जाता था क्योंकि वह बहुत सुंदर और लावण्यमयी थीं. उस समय माता सीता के समान सुन्दरी पृथ्वी पर कोई नहीं थी. 
 
वणिका 
माता सीता ने अपना अधिकांश जीवन जंगल में बिताया. उन्होंने श्री राम के साथ 14 वर्ष वनवास में बिताए, फिर अयोध्या लौट आईं और वापस जंगल में चली गईं और अपना शेष जीवन वाल्मीका के आश्रम में रहीं. इसी कारण उनका नाम वणिका पड़ा. 
 
जनकनन्दिनी 
महाराज जनक की पुत्री होने के कारण माता सीता को जनकनन्दिनी कहा जाता था. 
 
क्षितिजा
माता सीता का एक नाम आकाश से भी जोड़कर देखा जाता है. चूँकि माता सीता खुले आसमान के नीचे खेतों में प्रकट हुई थीं इसीलिए शास्त्रों में माता सीता को क्षितिजा कहा गया है.
 
सीताशी
माता सीता का एक नाम सीता भी माना जाता है. यह नाम दैवीय गुणों से युक्त माना जाता है, इसीलिए माता सीता को सीताशी कहा गया है.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी फर्म के दावे पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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