Buddha Purnima 2024: इस वर्ष कब मनाई जाएगी बुद्ध पूर्णिमा? जानिए तिथि, शुभ मुहूर्त और विशेष महत्व

Written By ऋतु सिंह | Updated: May 16, 2024, 03:17 PM IST

बुद्ध पूर्णिमा 2024

गौतम बुद्ध की जयंती वैशाख महीने के दौरान बुद्ध पूर्णिमा पर मनाई जाती है. आइए विस्तार से जानते हैं इस साल कब मनाई जाएगी बुद्ध पूर्णिमा

Buddha Purnima 2024 date and auspicious time: भगवान बुद्ध का जन्म वैशाख माह की पूर्णिमा को हुआ था. बुद्ध पूर्णिमा को पूरे देश में बुद्ध के अनुयायियों द्वारा बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है. हिंदू धर्म में गौतम बुद्ध को भगवान विष्णु का नौवां अवतार माना जाता है. आइए जानते हैं इस साल बुद्ध पूर्णिमा के बारे में, शुभ मुहूर्त और विशेष महत्व.

पापकर्म से मुक्ति के लिए इस दिन रखें मोहनी एकादशी का व्रत, आर्थिक संकट होंगे दूर 

Buddha Purnima तिथि और शुभ समय वैदिक पंचांग के अनुसार
बुद्ध पूर्णिमा तिथि 23 मई, गुरुवार को शाम 6:47 बजे शुरू होगी और सुबह 7:22 बजे समाप्त होगी. यानी 23 मई को बुद्ध पूर्णिमा मनाई जाने वाली है.

बुद्ध पूर्णिमा क्यों मनाई जाती है?
बुद्ध पूर्णिमा को भगवान बुद्ध का जन्म, सत्य का ज्ञान और महापरिनिर्वाण का दिन माना जाता है. बुद्ध पूर्णिमा न केवल बुद्ध के जन्म से जुड़ी है, बल्कि कई वर्षों तक जंगलों में भटकने के बाद बोधगया में बोधि वृक्ष के नीचे बुद्ध को ज्ञान प्राप्त करने से भी जुड़ी है.

गौतम बुद्ध (Gautam Buddha) ने बौद्ध धर्म की स्थापना की और दुनिया को शांति, सच्चाई और मानवता की सेवा का संदेश दिया. इसके अलावा पंचशील भी दिया गया. ये पंचशील न व्यभिचार, न झूठ, न चोरी, न हिंसा और न नशा हैं.

कई शुभ योग में होगी निर्जला एकादशी, जानें व्रत की तिथि-महत्व और कथा

गौतम बुद्ध का जीवन
गौतम बुद्ध एक आध्यात्मिक गुरु, शिक्षक और मार्गदर्शक थे. उन्होंने बौद्ध धर्म की स्थापना की. गौतम बुद्ध के अनुयायी पूरी दुनिया में हैं. गौतम बुद्ध के जन्म और मृत्यु का समय अनिश्चित है. इस बीच, अधिकांश इतिहासकार गौतम बुद्ध का जीवनकाल 563-483 ईस्वी के बीच मानते हैं. इसके अलावा, कई लोग लुंबिनी, नेपाल को बुद्ध का जन्मस्थान मानते हैं.

गौतम बुद्ध की मृत्यु 80 वर्ष की आयु में उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में हुई थी, यही कारण है कि बोधगया को बौद्ध धर्म में एक पवित्र स्थान माना जाता है. अन्य तीन महत्वपूर्ण तीर्थ क्षेत्र हैं-कुशीनगर, लुंबिनी और सारनाथ. ऐसा माना जाता है कि गौतम बुद्ध को बोधगया में ज्ञान प्राप्त हुआ था और उन्होंने सबसे पहले सरना में धर्म की शिक्षा दी थी.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है)

ख़बर की और जानकारी के लिए डाउनलोड करें DNA App, अपनी राय और अपने इलाके की खबर देने के लिए जुड़ें हमारे गूगलफेसबुकxइंस्टाग्रामयूट्यूब और वॉट्सऐप कम्युनिटी से.