Jaya Ekadashi 2023: कल रखा जाएगा जया एकादशी का व्रत, जानें इस दिन क्या करें-क्या नहीं

Written By ऋतु सिंह | Updated: Jan 31, 2023, 02:50 PM IST

Jaya Ekadashi 2023: 2 दिन रहेगी जया एकादशी

जया एकादशी इस बार दो दिन रहेगी, इसे अजा एकादशी के नाम से भी जानते हैं. इस बार जया एकादशी पर कई शुभ योग बन रहे हैं.

डीएनए हिंदीः हर महीने दो एकादशी होती है. एकादशी पर भगवान विष्णु और उनके विभिन्न अवतारों की पूजा होती है. माघ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को जया या अजा एकदशी (Jaya or Aja Ekadashi 2023) के नाम से भी जाना जाता है.

इस बार एकादशी तिथि दो दिन रहेगी. ऐसे में व्रत किस दिन रखा जाएगा इसे लेकर कंफ्यूजन है तो उसे दूर कर देते हैं. एकादशी का व्रत करने से भगवान विष्णु के साथ ही देवी लक्ष्मी का भी आशीर्वाद मिलता है. साथ ही घर में सुख-समृद्धि बढ़ती है. 

किस दिन रखा जाएगा जया एकादशी  व्रत? (Jaya Ekadashi 2023 Date)
माघ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी 31 जनवरी, मंगलवार की दोपहर लगभग 12 बजे से आरंभ होगी जो 1 फरवरी, बुधवार की दोपहर लगभग 2 बजे तक रहेगी. चूंकि 1 फरवरी को सूर्योदय के समय एकादशी तिथि रहेगी, इसलिए इस दिन ये व्रत किया जाएगा. इस दिन इंद्र और अमृत योग बन रहे हैं. इनके अलावा गुरु के स्वराशि में होने से हंस नाम का महापुरुष योग बनेगा. साथ ही इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग भी रहेगा. इतने सारे शुभ योगों किया गया व्रत और पूजा शुभ फल देने वाली रहेगी.

जया एकादशी पर क्या करें? (What to do on Jaya Ekadashi?)
1. सुबह उठकर भगवान विष्णु की व्रत का संकल्प लें और पूजा के लिए कोशिश करें कि मंदिर जाएं. मंदिर न जा पाएं तो घर में ही पूजा कर लें.
2. एकादशी पर जरूरतमंदों को वस्त्र, धन, अनाज आदि का दान करें.
3. किसी विष्णु मंदिर में केसरिया ध्वज दान करें और पुजारी को पीले वस्त्र दें.
4. एकादशी तिथि के दिन केले के पेड़ के जड़ में जल चढ़ाएं और तुलसी पूजन जरूर करें

जया एकादशी पर क्या न करें? (What not to do on Jaya Ekadashi?)
1. एकादशी तिथि पर मांसाहार का सेवन न करें और ही किसी तरह का कोई नशा करें. ऐसा करना पाप माना गया है.
2. एकादशी पर ब्रह्मचर्य का पालन विशेष रूप से करना चाहिए. सिर्फ शारीरिक रूप से ही नहीं बल्कि मानसिक रूप से भी.
3. इस दिन भोजन में भी सात्विक रहना चाहिए. यानी मसालेदार, प्याज-लहसुन युक्त भोजन करने से बचें. चावल तो भूलकर भी खाएं.
4. एकादशी पर अगर कोई गरीब भिक्षुक कुछ मांगने आए तो उसे खाली हाथ न लौटाएं. अपनी क्षमता के अनुसार, उसे कुछ न कुछ जरूर दें.

Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.) 

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