हमारे हिंदू धर्म में श्रावण मास को बहुत ही शुभ माना जाता है. श्रावण के तीन सोमवार बीत चुके हैं और चौथा सोमवार आने वाला है. दरअसल, श्रावण का पूरा महीना शिव पूजा के लिए बेहद शुभ माना जाता है. हालाँकि, इस महीने के हर सोमवार का अपना ही महत्व है.
वैदिक पंचांग के अनुसार इस वर्ष श्रावण मास के चौथे सोमवार पर कई तरह के विचित्र संयोग बनने जा रहे हैं. विद्वानों के मुताबिक, इन शुभ योगों में पूजा करने से न सिर्फ आर्थिक परेशानियां दूर होंगी, बल्कि भक्तों को ज्ञान और सफलता की प्राप्ति होगी.
1-12 अगस्त को श्रावण मास का चौथा सोमवार है. वैदिक पंचांग के अनुसार यह दिन श्रावण शुक्लपक्ष की सप्तमी तिथि है. इस श्रावण मास के चौथे सोमवार को शुक्ल और ब्रह्म योग बनने जा रहा है.
2-धार्मिक मान्यता के अनुसार, शुक्ल योग में पूजा करने से भक्तों को धन, ऐश्वर्य और समृद्धि की प्राप्ति होती है, जबकि ब्रह्म योग में पूजा करने से ज्ञान की प्राप्ति होती है.
3-इसलिए ज्योतिषी इस दिन को बेहद शुभ बता रहे हैं. इस दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान करना चाहिए.
4-रुद्राभिषेक करेंगे तो प्रसन्न होंगी मां लक्ष्मी - ब्रह्माजी उस समय शिवलिंग को बेलपत्र से स्नान कराने के बाद उठते हैं.
5-गंगाजल और दूध के साथ भस्म अर्पित करनी चाहिए. इस दिन शुक्ल योग में रुद्राभिषेक करने से शिवजी के साथ माता लक्ष्मी की भी कृपा प्राप्त होगी.
6-दिन का शुभ समय पंचांग के अनुसार 12 अगस्त को श्रावण मास का चौथा सोमवार, शुक्ल योग आरंभ होगा. जो दोपहर 2.43 बजे तक जारी रहेगा. इसके बाद ब्रह्म योग प्रारंभ हो जाएगा जो पूरे दिन चलेगा.
7-ऐसे में श्रावण मास के चौथे सोमवार को भगवान शिव का जलाभिषेक और रुद्राभिषेक करना बेहद शुभ साबित होगा.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
ख़बर की और जानकारी के लिए डाउनलोड करें DNA App, अपनी राय और अपने इलाके की खबर देने के लिए जुड़ें हमारे गूगल, फेसबुक, x, इंस्टाग्राम, यूट्यूब और वॉट्सऐप कम्युनिटी से.