Kharmas 2022: आज से एक महीने तक नहीं कर सकते ये काम, जान लें खरमास में क्या करें और क्या नहीं

Written By ऋतु सिंह | Updated: Dec 16, 2022, 05:38 AM IST

Kharmas 2022: कल से लग जाएगा खरमास, जानिए इस दौरान क्या करें और क्या न करें?
 

Kharmas Dos and Don'ts: आज से खरमास शुरू हो गया है और अब से एक महीने तक कुछ काम करना धर्मानुसार वर्जित होता है. 

डीएनए हिंदीः  आज से सूर्य का धनु राशि में गोचर हो रहा है और साथ ही खरमास की शुरूआत भी. आज से ही सारे मांगलिक कार्य बंद हो जाएंगे और केवल धार्मिक कार्य किए जाएंगे. अब से एक महीने यानी 14 जनवरी तक शादी, मुंडन या गृहप्रवेश जैसे शुभकार्य करना वर्जित होता है. 

इस साल का आखिरी शुभकार्य का दिन केवल गुरूवार तक ही था. अब 15 जनवरी के बाद से यानी मकर संक्रांति पर खरमास की समाप्ति होगी और शुभ कार्य के दिन खुलेंगे. बता दें कि सूर्य का धनु राशि में गोचर धनु संक्रांति या खरमास कहलाता है. 

खरमास 16 दिसंबर से शुरू होगा और 15 जनवरी को समाप्त होगा. यह महीना पूजा-पाठ के लिए बेहद ही खास माना जाता है. लेकिन खरमास में किसी भी प्रकार का शुभ या मांगलिक कार्य नहीं किया जाता. आइए जानते हैं खरमास में क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए.

खरमास कभी न करें ये काम

  1. खरमास में शादी-विवाह जैसे कोई भी मांगलिक कार्य ही नहीं, नए कार्य या व्यवसाय आदि की शुरूआत भी वर्जित होता है. माना जाता है कि इस समय किए गए काम पर ईश्वर का आशीर्वाद नहीं होता है और ये काम कभी सफल या सुख के कारक नहीं बनते हैं. 
  2. खरमास में पति-पत्नी को संबंध बनाने से भी बचना चाहिए. इस समय अगर महिला का गर्भधारण करना सही नहीं होता है. 
  3. खरमास के दौरान नया घर खरीदने से भी वास्तु दोष बढ़ता है और परिवार में खुशियां या बरकत नहीं रहती है. 
  4. खरमास में भूलकर भी तामसिक भोजन का सेवन नहीं करना चाहिए. लहसुन-प्याज और मास-मदिरा का सेवन सेहत नहीं नहीं मानसिक विकार का भी कारण बनता है. 

खरमास में क्या जरूर करें

  1. खरमास में पूजा-पाठ करना शुभ माना गया है. इस माह भगवान विष्णु का विधि.विधान के साथ पूजन करनी चाहिए.
  2. खरमास में दान-पुण्य जरूर करना चाहिए. गर्म कपड़े, कंबल, जूते, तिल आदि का दान जरूर करना चाहिए.
  3. खरमास में सत्यनारायण भगवान कथा सुनने या पढ़ने से परिवार में सुख और शांति का वास होता है. 
  4. यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में बृहस्पति की स्थिति खराब दशा में है तो उसे खरमास के दौरान पूजा-पाठ अवश्य करना करना चाहिए. इससे ग्रह दोष का प्रभाव कम होता है.
  5. खरमास में नियमित तौर पर भगवान सूर्य को जल अर्पित करें और आदित्यस्त्रोत का पाठ करें इससे नौकरी से लेकर असफलता तक की समस्या दूर होगी. 

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर.