Commonwealth Games 2022: मिक्स्ड में गोल्ड, डबल्स में सिल्वर और सिंगल्स में सोने पर निशाना, जानें अचंता शरत कमल की दमदार कहानी

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Aug 08, 2022, 11:17 AM IST

Achanta Sharath Kamal CWG 2022

CWG 2022 Achanta Sharath Kamal Profile: कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 (CWG 2022) में अचंता शरत कमल का प्रदर्शन ऐतिहासिक रहा है. मिक्स्ड डबल्स में गोल्ड और डबल्स में सिल्वर जीतने के बाद आज वह टेबल टेनिस मेंस फाइनल में गोल्ड के लिए भिड़ेंगे. 40 साल के इस खिलाड़ी की खेल के लिए समर्पण की कहानी जानकर आप भी कहेंगे, बंदे में दम है.

डीएनए हिंदी: कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 (Commonwealth Games 2022) में अचंता शरत कमल और श्रीजा अकुल की जोड़ी ने मलेशिया के जावेन चुंग और कारेन लाइने को हराकर गोल्ड मेडल जीता है. इससे पहले शरत कमल और जी साथियान ने पुरूष डबल्स में सिल्वर मेडल जीता था. अब वह मेंस सिंगल्स इवेंट के फाइनल में गोल्ड मेडल के लिए भिड़ेंगे. 40 साल के इस खिलाड़ी की फिटनेस और खेल के लिए जुनून की कहानी प्रेरणादायक है. मूल रूप से तमिलनाडु के रहने वाले इस खिलाड़ी के लिए यहां तक पहुंचने का सफर बहुत मुश्किल रहा है. इस सफर में उनके पिता ने उनकी काफी मदद की थी. जानें कैसे शरत ने अपने सबसे बड़े डर को हराया है. 

पिता ने दी हार को स्वीकार कर आगे बढ़ने की सीख 
एक स्पोर्ट्स वेबसाइट में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, अचंता ने 16 साल की उम्र से ही प्रोफेशनल टेबल टेनिस खेलना शुरू किया था. उन्होंने अपने इंटरव्यू में बताया कि वह पहले अपनी हार के बाद बहुत परेशान हो जाते थे. 

उन्होंने कहा कि मैं उम्र के उस दौर में था जब सिर्फ जीतना चाहता था. हारने के बाद मैं सामान्य व्यवहार नहीं कर पाता था. मेरे पिता और अंकल ने मुझे मानसिक तौर पर मजबूत बनाने में बहुत मदद की थी. मैंने हार को खेल और जिंदगी का हिस्सा मानना शुरू किया और पूरी तरह से अपने खेल पर ध्यान देने लगा था.

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40 की उम्र में भी है बेजोड़ फिटनेस 
अचंता की फिटनेस का अंदाजा इससे लगा सकते हैं कि 40 साल की उम्र में भी उनकी फिटनेस बेजोड़ है. उन्होंने कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में सिंगल्स, मिक्स्ड डबल्स और डबल्स तीनों में हिस्सा लिया है. साथ ही, सबसे अच्छी बात यह है कि वह तीनों ही प्रतियोगिता में मेडल जीतने में कामयाब रहे हैं. सिंगल्स में उनके मेडल का रंग गोल्ड होता है या सिल्वर सिर्फ यह देखना है. 

अपनी फिटनेस के लिए अचंता लगातार मेहनत करते हैं और फिलहाल वह पूरा ध्यान खेल और फिटनेस पर लगा रहे है. अचंता ने कहा कि वह भविष्य के बारे में बहुत ज्यादा नहीं सोच रहे हैं लेकिन जब तक फिट हैं तब तक खेलते रहना चाहते हैं. अचंता फिलहाल आईओसी में अधिकारी हैं और ट्रेनिंग और खेल के लिए जर्मनी में ज्यादातर वक्त रहते हैं. 

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