डीएनए हिंदी: कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 के महिला हॉकी क्वार्टरफाइनल में भारतीय टीम को ऑस्ट्रेलिया से हार का सामना करना पड़ा. भारतीय टीम ने निर्धारित समय तक मैच में बराबरी हासिल कर रखी थी. हालांकि शूटआउट में भारतीय महिलाओं को 3-1 से हार का सामना करना पड़ा. इस हार में ऑस्ट्रेलिया भले ही जीत गई हो लेकिन भारतीय टीम की वाह-वाही चारों ओर हो रही है. और हो भी क्यों ना. ऑस्ट्रेलिया जैसी टीम को 60 मिनट तक ड्रॉ पर रोकना आसान काम नहीं है.
भारतीय महिला हॉकी टीम का कॉमनवेल्थ खेलों में सफर समाप्त हो गया लेकिन उससे ज्यादा चर्चा भारतीय टीम के हारने के ढंग पर हो रही है. दरअसल 60 मिनट के खेल के बाद दोनों टीमें 1-1 से बराबरी पर थीं. शूटआउट में साविता पूनिया ने ऑस्ट्रेलिया के पहले प्रयास को रोक लिया लेकिन रेफरी ने घड़ी शुरू न होने की वजह से दोबारा शूटआउट का मौका ऑस्ट्रेलिया को दिया. इस बार ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी ने गोल कर टीम को 1-0 से आगे कर दिया.
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इस हादसे के बाद भारतीय टीम को बड़ा झटका लगा और वहीं लय टूट गया. जिस टीम ने पूरे गेम में शानदार प्रदर्शन किया उसे आखिरकार किस्मत और घड़ी ने हरा दिया. जिसके बाद भारतीय फैंस का गुस्सा एक बार फिर फूटा. इससे पहले भी भारत और इंग्लैंड के बीची खेले गए पुरुष हॉकी के मुकाबले में भारतीय टीम के खिलाफ कुछ ऐसे निर्णय दिए गए, जिससे भारतीय टीम जीता हुआ मैच टाई कर बैठी.
इसके बाद वीरेंद्र सहवाग भी अपना गुस्सा नहीं रोक पाए. उन्होंने ट्वीट कर लिखा, “पेनल्टी मिस हुआ ऑस्ट्रेलिया से और अंपायर ने कहा सॉरी क्लॉक स्टार्ट नहीं हुआ. ऐसा पक्षपात पहले क्रिकेट में भी होता था जब तक हम इस खेल में महाशक्ति नहीं बने थे. हॉकी में भी हम जल्द बनेंगे और घड़ी में समय पर चलेगी. आप सब पर गर्व हैं.”
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