डीएनए हिंदी: अंडर -20 विश्व चैंपियनशिप में शुक्रवार को Antim Panghal ने 53 किग्रा भारवर्ग में इतिहास रचा. वह बुल्गारिया में चल रही अंडर -20 विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहल भारतीय महिला पहलवान बन गईं. भारतीय स्टार ने पिछले साल वैश्विक कैडेट चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता था. इस जीत के बाद रातों-रात स्टार बनने वाली अंतिम गांव में धूम-धाम से स्वागत किया गया. ढोल नगाड़ों के साथ उनके स्वागत में पूरा गांव इकट्ठा हुआ.
इस दौरान गांव की महिलाएं खुशी में नाच रही थीं, तो अंतिम भी अपने पैर नहीं रोक पाईं और उनके साथ नाचने लगीं. अंडर-20 विश्व कुश्ती चैंपियनशिप की शुरुआत 34 साल पहले हुई थी और तब से अब तक सिर्फ अंतिम पंघल ही भारतीय पहलवान हैं, जिन्होंने पोडियम पर अपने देश का राष्ट्रगान बजवाया. अंतिम के नाम के पीछे भी काफी दिलचस्प कहानी है. वो अपने घर की चौथी बेटी थीं और पिता नहीं चाहते थे कि उनके बाद कोई और लड़की पैदा हो. इसलिए उन्होंने नाम अंतिम रख दिया. आज अंतिम की वजह से ही पूरा गांव खुशी से झूम रहा है.
पहलवान Antim Panghal ने रचा इतिहास, बनी देश की पहली महिला U20 World Champion
अंतिम पंघल की राह आसान नहीं रही है. बेटी का करियर बनाने के लिए उनके पिता राम निवास को आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ा था. बेटी की प्रैक्टिस में रुकावट न हो इसलिए राम निवास को दोस्तों से उधार भी लेना पड़ता था. उसी बेटी ने आज पीता के सारे कर्ज को एक जीत से चुका दिया. बुल्गारिया के सोफिया में आयोजित महिलाओं के 53 किग्रा वर्ग में उन्होंने किसी भी पहलवान को अपने सामने टिकने नहीं दिया. आने वाली समय की स्टार मानी जाने वाली अंमित को दिग्गज पहलवान भी बधाई दे रहे हैं.
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