डीएनए हिंदी: एशिया कप में भारत और पाकिस्तान के बीच खेले गए मुकाबले में टीम इंडिया के टॉप ऑर्डर के पतन से पूर्व दिग्गज बल्लेबाज सुनील गावस्कर निराश हैं. उन्होंने पूछा कि इंडिया-पाकिस्तान में मैच में शाहीन शाह अफरीदी के खतरे को भारत टीम कैसे खत्म कर सकती है? क्योंकि भारत के दोनों अनुभवी बल्लेबाज रोहित शर्मा और विराट कोहली एक झटके में उस गेंदबाज के सामने धराशाही हो गए. गावस्कर ने कहा कि दोनों ने डिफेंड करने की भी कोशिश नहीं की, चाहते तो अफरीदी के खिलाफ अपने पैरों का बेहतर इस्तेमाल कर सकते थे.
गौरतलब है कि शनिवार को खेले गए भारत-पाकिस्तान के पहले मुकाबले में तेज गेंदबाज अफरीदी ने सबसे पहले भारतीय कप्तान रोहित शर्मा बोल्ड किया था. इसके बाद उन्होंने विराट कोहली को भी चलता कर दिया. जिन्होंने अफरीदी से पिछले ओवर में बेहतर कवर ड्राइव निकाला था. दो बार के एशिया कप विजेताओं के प्रमुख तेज गेंदबाज ने श्रीलंका के खचाखच भरे पल्लेकेले अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में भारतीय समर्थकों को चुप करा दिया था.
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सुनील गावस्कर का कहना है कि मुझे इस बात का अभी तक यकीन नहीं हो रहा कि बाबर आजम की पाकिस्तानी टीम ने भारत के खिलाफ इस तरह का परफॉर्में किया. गावस्कर ने कहा कि मुझे इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि बाबर आजम ने गेंदबाजी में बदलाव किया. क्योंकि उनके पास तीन तेज गेंदबाज थे और उन्होंने शुरुआत में विकेट लिए, लेकिन आप दूसरी छोर से रन बनाना चालू रख सकते थे.
रोहित-विराट पैरों का कर सकते थे इस्तेमाल
गावस्कर ने कहा कि भारत के दोनों दिग्गज बल्लेबाज (रोहित और विराट) अपने पैरों का थोड़ा बेहतर इस्तेमाल कर सकते थे. रोहित के बल्ले और पैड के बीच बड़ा गैप था. श्रेयस अय्यर थोड़ा बदकिस्मत थे. वह एक क्रैकिंग हुक शॉट था लेकिन वह सीधा फील्डर के पास चला गया. अगर फील्डर उस जगह से 5 मीटर बाएं या दाएं होता तो यह सीधा चौका के लिए जाता.
'भारत आपको बहुत-बहुत धन्यवाद कहेगा'
हालांकि, सुनील गावस्कर ने इस बात का धन्यवाद भी दिया कि पाकिस्तानी कप्तान शुरूआती विकेट झटकने के बाद भी टीम इंडिया को रोकने में चूक गए. उन्होंने कहा कि टॉप ऑर्डर के पतन के बाद यानी रोहित-विराट के आउट होने के बाद भी टीम इंडिया का मिडिल ऑर्डर डटा रहा. हार्दिक पंड्या और ईशान किशन ने अर्धशतक जमाकर भारत को एक संघर्षपूर्ण स्कोर बनाने में मदद की. पंड्या और किशन के बीच पांचवें विकेट के लिए 141 गेंदों पर 138 रन की साझेदारी हुई.
महान बल्लेबाज गावस्कर ने दावा किया कि अगर पाकिस्तानी तेज गेंदबाजों ने पारी की शुरुआत में पंड्या या किशन को आउट कर दिया होता तो भारत को 200 रन का आंकड़ा पार करने में संघर्ष करना पड़ता. जब अफरीदी 90 गेंदों में 87 रन बनाकर पंड्या को आउट करने के लिए लौटे, तो किशन की कप्तानी वाली टीम पहले ही 43 ओवरों में 239 रन बना चुकी थी. मेरा मतलब है कि भारत आपको बहुत-बहुत धन्यवाद कह रहा होगा क्योंकि उसी ने साझेदारी को पनपने दिया. गावस्कर ने कहा, 'तेज गेंदबाजों ने इशान किशन और हार्दिक पंड्या के बीच सिर्फ एक विकेट लिया होता, तो शायद भारत को 175, 200 तक पहुंचने के लिए भी संघर्ष करना पड़ता.'
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