डीएनए हिंदी: एशियन चैंपियंस ट्रॉफी 2023 के फाइनल मुकाबले में भारत ने मलेशिया को 4-3 से हराकर खिताब पर कब्जा कर लिया. शनिवार को चेन्नई के स्वामी राधाकृष्ण हॉकी स्टेडियम में खेले गए मुकाबले में आकाशदीप सिंह ने विनिंग गोल कर भारत को जीत दिलाई. फाइनल मुकाबला काफी रोमांचक रहा. ग्रुप स्टेज में जिस टीम को भारत ने 5-0 से हराया था उसी टीम के खिलाफ जीत हासिल करने के लिए भारतीय पुरुष हॉकी टीम को काफी कड़ी मशक्कत करनी पड़ी. भारत ने दो गोल से पिछड़ने के बाद कप्तान हरमनप्रीत सिंह की अगुवाई में शानदार वापसी और चौथी बार एशियन चैंपियंस ट्रॉफी हॉकी टूर्नामेंट का खिताब जीता. ये जीत दिखाती है कि चीन के हांग्जो में हेने वाले एशियन गेम्स के लिए टीम इंडिया कितनी तैयार है.
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भारत तीसरे क्वार्टर के अंतिम मिनट तक 1-3 से पीछे चल रहा था लेकिन इसके बाद उसने आखिरी 16 मिनट में मैच का पासा पलटने में देर नहीं लगाई. भारत ने पहले 30 सेकंड के अंदर दो गोल किए और फिर आखिरी क्वार्टर में निर्णायक बढ़त हासिल की. भारत का यह चौथा खिताब है और उसने पाकिस्तान को पीछे छोड़ा, जिसने तीन खिताब जीता था. भारत के लिए जुगराज सिंह ने 9वें मिनट, कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने 45वें) मिनट, गुरजंत सिंह ने 45वें और आकाशदीप सिंह ने 56वें मिनट में गोल किया. जबकि मलेशिया की तरफ से अबू कमाल अजराई ने 14वें, रहीम राजी ने 18वें और मोहम्मद अमीनुदीन ने 28वें मिनट में गोल दागे.
मलेशिया ने फाइनल में की दमदार शुरूआत
मलेशिया ने खेल शुरू होते हैं दबाव बनाने की रणनीति अपनाई और उसके स्टार खिलाड़ी अजराई ने पहले मिनट में ही भारतीय गोल में सेंध लगाने की नाकाम कोशिश की. भारतीय टीम ने जल्द ही अपनी लय पकड़ी और आठवें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर हासिल किया जिसे जुगराज ने ताकतवर ड्रैग फ्लिक से गोल में बदला. कप्तान हरमनप्रीत सिंह उस समय मैदान में नहीं थे लेकिन जुगराज ने उनकी कमी नहीं खलने दी. मलेशिया ने भारत की बढ़त ज्यादा देर तक नहीं रहने दी और अजराई ने गोल कर बराबरी दिला दी. भारत ने पहले क्वार्टर के आखिरी क्षणों में लगातार दो पेनल्टी कॉर्नर हासिल किए लेकिन हार्दिक सिंह के खराब प्रयास से वह उनका फायदा नहीं उठा पाया.
दूसरे क्वार्टर में मलेशिया ने बनाई 3-1 से बढ़त
मलेशिया ने दूसरे क्वार्टर में अच्छी शुरुआत की और उसके जवाबी हमले के सामने भारत अपनी लय खो बैठा. मलेशिया ने जल्द ही पेनल्टी कॉर्नर हासिल किया. रहीम राजी ने इस पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदलकर मलेशिया को पहली बार बढ़त दिलाई. मलेशिया ने हमलावर तेवर अपनाए और चार मिनट के अंदर दो पेनल्टी कॉर्नर हासिल किए. मोहम्मद अमीनुदीन ने इनमें से दूसरे पेनल्टी कॉर्नर पर गोल करके मलेशिया को हाफ टाइम तक 3-1 से आगे कर दिया. भारत ने तीसरे क्वार्टर के शुरू में दो पेनल्टी कॉर्नर हासिल किए लेकिन हरमनप्रीत और जुगराज उन पर गोल नहीं कर पाए. भारतीय टीम ने इसके बाद भी गोल करने के प्रयास किए. खेल के 40वें मिनट में आकाशदीप सिंह के पास मौका था लेकिन वह फाउल कर बैठे.
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मलेशिया 43वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर का फायदा नहीं उठा पाया. भारत ने इसके तुरंत बाद जवाबी हमला किया लेकिन जरमनप्रीत सिंह का शॉट क्रॉसबार के ऊपर से बाहर चला गया. भारत ने तीसरे क्वार्टर के अंतिम पलों में कुछ सेकंड के अंदर दो गोल करके स्कोर 3-3 से बराबर कर दिया. भारत ने बुलंद हौसलों के साथ चौथे क्वार्टर में कदम रखा. उसके पास 52वें मिनट में बढ़त हासिल करने का सुनहरा मौका था लेकिन सुखजीत सिंह मलेशिया के गोलकीपर को नहीं छका पाए. आकाशदीप ने हालांकि इसके चार मिनट बाद भारत को निर्णायक बढ़त दिलाई और भारत को खिताब भी दिला दिया.
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