डीएनए हिंदी: हॉकी के एशियन चैंपियंस ट्रॉफी के पहले मैच में चीन को बुरी तरह हराने के बाद दूसरे मैच में भारत का जापान से मुकाबला 1-1 के ड्रॉ के साथ खत्म हुआ है. टीम इंडिया पहले मैच की अपनी जीत की लय कायम नहीं रख सकी. हालांकि भारतीय प्लेयर्स ने यह मैच आक्रामकता से खेला था. टीम के लिए पहला और एक मात्र गोल कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने मारा था और जापान की बराबरी कर ली थी, जिसके बाद दोनों ही टीमें गोल के लिए संघर्ष करती दिखाईं दीं और मुकाबला 1-1 की बराबरी पर खत्म हुआ.
बता दें कि मैच में पहला गोल जापान के लिए केन नागायोशी ने 28वें मिनट में गोल किया और अपनी टीम को बढ़त दिला थी, लेकिन इसके बाद भारत के लिए कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने 43वें मिनट में बराबरी का गोल दागा. पहले क्वार्टर में भारत ने काफी आक्रामक शुरुआत की.दोनों टीमों ने गोल करने के मौके बनाए लेकिन सफलता नहीं मिली. इस दौरान जापान के एक प्लेयर चोटिल भी हो गए.
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पेनाल्टी कॉर्नर का नहीं मिला फायदा
गौरतलब है कि भारत को मैच के पहले क्वार्टर में सात पेनल्टी कॉर्नर मिले लेकिन एक पर भी गोल नहीं हो पाया. अगर इनमें से एक भी गोल हो जाता तो मैच का रिजल्ट टीम इंडिया के पक्ष में चला जाता. मैच के दौरान ही भारत के विवेक सागर प्रसाद को आठवें मिनट में ग्रीन कार्ड भी मिला, दूसरे क्वार्टर में भी मुकाबला बराबरी का था लेकिन 27वें मिनट में जुगराज सिंह को ग्रीन कार्ड दिखाया गया.
अगले मिनट में जापान को मिले पेनल्टी कॉर्नर पर नागायोशी ने गोल किया, दूसरे हाफ में भारत ने लगातार जवाबी हमले बोले लेकिन जापान का डिफेंस बेहतरीन साबित हुआ और भारत फिर कोई गोल कर ही नहीं पाया.
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मलेशिया से है अगला मैच
आखिरी क्वार्टर बात करें तो दोनों ही टीमें काफी आक्रामक थीं. भारत को 55वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर मिला, लेकिन जापान ने वीडियो रेफरल लिया और यह फैसला बदलना पड़ा. भारत को मैच में 14 पेनल्टी कॉर्नर मिले जबकि जापान को दो मिले जिनमें से एक पर गोल हुआ. भारत को अब रविवार को मलेशिया से खेलना है, जो कि एक अहम मैच होगा. बता दें कि भारत ने पहले मैच में चीन को 7-2 से बड़ी हार देते हुए टूर्नामेंट की धांसू शुरुआत की थी.
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