डीएनए हिंदी: ऑस्ट्रेलिया ने नीदरलैंड्स (AUS vs NED) को रौंदकर इतिहास बना दिया है. दिल्ली में 399 रन का पहाड़ समान स्कोर बनाने के बाद कंगारूओं ने नीदरलैंड्स को 90 रन पर ढेर कर दिया और 309 रनों से ऐतिहासिक जीत दर्ज की. यह वर्ल्डकप इतिहास में रनों के लिहाज से सबसे बड़ी जीत का रिकॉर्ड है. डेविड वॉर्नर (David Warner) और ग्लेन मैक्सवेल (Glenn Maxwell) के धुआंधार शतकों के बाद लेग स्पिनर ऐडम जैम्पा ने 4 विकेट लेकर इस जीत की इबारत लिखी. विशाल लक्ष्य का पीछा करते हुए नीदरलैंड्स का कोई भी बल्लेबाज नहीं टिक पाया. ओपनर विक्रमजीत सिंह ने सबसे ज्यादा 25 रन बनाए. जैम्पा के अलावा मिचेल स्टार्क, जोश हेजलवुड, कप्तान पैट कमिंस और मिचेल मार्श सभी ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों ने विकेट हासिल किए. दो हार के साथ वर्ल्डकप 2023 की शुरुआत करने वाली ऑस्ट्रेलियाई टीम की यह लगातार तीसरी जीत है.
यह भी पढ़ें: भुवनेश्वर कुमार ने 9 गेंद में 5 विकेट लेकर मचाया तहलका, चोटिल हार्दिक पंड्या की जगह वर्ल्डकप टीम में होंगे शामिल?
वॉर्नर ने दिलाई शानदार शुरुआत
ऑस्ट्रेलिया ने नीदरलैंड्स के खिलाफ टॉस जीतकर पहले बैटिंग करने का फैसला किया. हालांकि उनकी जोड़ी जल्दी ही टूट गई. मिचेल मार्श सिर्फ 9 रन बनाकर चलते बने. इसके बाद डेविड वॉर्नर और स्टीव स्मिथ ने ऑस्ट्रेलिया की पारी को संभाला. दोनों के बीच 132 रनों की साझेदारी हुई. स्मिथ को आर्यन दत्त ने 72 रनों पर आउट किया. हालांकि वॉर्नर दूसरे छोर पर टिके रहे. उन्होंने मार्नस लाबुशेन के साथ मिलकर पारी को गति दी. लाबुशेन ने तेजी से 62 रन बनाए. इस बीच वॉर्नर ने अपना लगातार दूसरा वर्ल्डकप शतक जड़ा. इसके साथ ही वह वर्ल्डकप में सबसे ज्यादा शतक ठोकने वाले ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी बन गए. वॉर्नर के नाम वर्ल्डकप में 6 शतक हो गए हैं. उन्होंने रिकी पोटिंग (5 शतक) को पीछे छोड़ा. हालांकि शतक के तुरंत बाद वॉर्नर आउट हो गए. वह 104 रन बनाकर 40वें ओवर में पवेलियन लौटे. उस समय ऑस्ट्रेलिया का स्कोर 267 रन था.
मैक्सवेल ने ठोका वर्ल्डकप इतिहास का सबसे तेज शतक
जॉश इंग्लिश के आउट होने के बाद ग्लेन मैक्सवेल अभी क्रीज पर आए ही थे कि अगले ओवर में डेविड वॉर्नर चलते बने. मैक्सवेल के ऊपर ऑस्ट्रेलिया को बड़े स्कोर तक पहुंचाने की बड़ी जिम्मेदारी थी. धुआंधार बल्लेबाजी के लिए जाने जाने वाले मैक्सवेल ने चौके के साथ खाता खोला. फिर अगली गेंद को भी सीमारेखा के बाहर भेजकर जता दिया कि वह आज क्या करने जा रहे हैं. छक्के के साथ 27 गेंदों में अर्धशतक पूरा करने के बाद मैक्सवेल और ज्यादा खतरनाक हो गए. उन्होंने अगले 50 रन सिर्फ 13 गेंदों में ठोक डाले और 40 गेंदों में शतक ठोक दिया. यह वर्ल्डकप इतिहास का सबसे तेज शतक है. उन्होंने एडन मारक्रम का रिकॉर्ड तोड़ा. जिन्होंने इसी वर्ल्डकप में दिल्ली में ही श्रीलंका के खिलाफ 49 गेंदों में शतक ठोका था.
मैक्सवेल के कहर का आलम यह था कि 75 से 100 रन का सफर उन्होंने सिर्फ 5 गेंदों में पूरी की. 48वें ओवर की पहली दो गेंदों पर मैक्सवेल ने चौका जड़ा और अगली तीन गेंदों को हवाई रास्ते से सीमारेखा के पार भेजा. ओवर के तीसरे छक्के के साथ वह ऐतिहासिक शतक तक पहुंचे.
नीदरलैंड्स के पास ज्यादा कुछ करने का मौका नहीं था
400 रन के टारगेट का पीछा करने उतरी नीदरलैंड्स की टीम जानती थी कि इसको पाना असंभव है. हालांकि उन्होंने सोचा होगा कि कम से कम पूरे ओवर बल्लेबाजी की जाए पर कंगारू टीम आज उन्हें दबोचने के मूड में थी. नीदरलैंड्स का पहला विकेट 28 रन पर गिरा और उनकी यही सबसे बड़ी साझेदारी रही. ऑस्ट्रेलिया तेज गेंदबाजों ने नीदरलैंड्स के ऊपरी क्रम और मध्य क्रम को उखाड़ा तो जैम्पा ने निचले क्रम को ज्यादा समय क्रीज पर रुकने नहीं दिया. साउथ अफ्रीका के खिलाफ उलटफेर करने के बाद नीदरलैंड्स की यह लगातार दूसरी हार है और वे प्वाइंट्स टेबल में सबसे नीचे फिसल गए हैं.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.