एनए हिंदी: भारतीय रेसलिंग में लंबे समय से चल रहे विवाद की बीच स्टार रेसलर बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट के लिए एक अच्छी खबर सामने आई है. भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) ने मंगलवार को ओलंपिक पदक विजेता बजरंग पूनिया और विश्व चैम्पियनशिप की पदक विजेता विनेश फोगाट को एशियन गेम्स में सीधी एंट्री दे दी. इन दोनों पहलवानों को एशियन गेम्स (Asian Games 2023) के लिए ट्रायल में छूट मिल गई है. हालांकि, अन्य पहलवान और उनके कोच WFI के इस फैसले को चुनौती दे सकते हैं. क्योकि डब्ल्यूएफआई ने यह निर्णय विभिन्न वर्गों के राष्ट्रीय मुख्य कोच की सहमति के बिना लिया है.
भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) द्वारा नियुक्त एडहॉक कमिटी ने एक सर्कुलर में कहा कि उसने पहले ही पुरुषों की फ्रीस्टाइल 65 किग्रा और महिलाओं की 53 किग्रा में पहलवानों का चयन कर लिया है. इसके बावजूद तीनों शैलियों में से सभी 6 वजन श्रेणियों में ट्रायल आयोजित किए जाएंगे. कमेटी ने सर्कुलर में बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट का नाम नहीं लिया, लेकिन पैनल के सदस्य अशोक गर्ग ने पुष्टि की कि दोनों पहलवानों को ट्रायल से छूट दी गई. गर्ग ने कहा, ‘बजरंग और विनेश को छूट दी गई है.’ बजरंग 65 किग्रा वर्ग के चुनौती पेश करते हैं. वह डब्ल्यूएफआई के निवर्तमान अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग को लेकर जंतर-मंतर पर प्रदर्शन करने वाले छह पहलवानों में से एक हैं.
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वह इस समय किर्गिस्तान के इस्सिक-कुल में ट्रेनिंग ले रहे हैं. जकार्ता एशियाई खेलों (2018) में गोल्ड मेडल जीतने वाली 53 किग्रा पहलवान विनेश फोगाट हंगरी के बुडापेस्ट में ट्रेनिंग ले रही हैं. इन दोनों पहलवानों ने क्रमश: पुरुष 65 किग्रा और महिला 53 किग्रा वर्ग में अच्छा प्रदर्शन किया है, लेकिन उन्होंने विरोध प्रदर्शन के कारण इस साल किसी भी इंटरनेशनल टूर्नामेंट में हिस्सा नहीं लिया था. इस दौरान सुजीत और अंतिम पंघाल ने इन वजन वर्ग में अच्छा प्रदर्शन किया है. अंतिम पिछले साल भारत की पहली अंडर-20 विश्व चैंपियन बनी थी. उन्होंने इस साल सीनियर एशियाई चैम्पियनशिप में रजत पदक भी जीता है.
23 सितंबर से होंगे एशियन गेम्स
सुजीत मौजूदा समय में अंडर 23 और अंडर 20 वर्ग में एशियाई चैंपियन हैं. उन्होंने अंडर 20 विश्व चैम्पियनशिप में कांस्य भी जीता है. तदर्थ समिति ने हालांकि विरोध करने वाले 4 अन्य पहलवानों साक्षी मलिक, उनके पति सत्यव्रत कादियान, जितेंद्र किन्हा और बजरंग की पत्नी संगीता फोगाट को किसी तरह की छूट नहीं दी है. समिति ने 23 सितंबर से चीन के हांगझोउ में होने वाले एशियन गेम्स के लिए कुश्ती टीम का चयन करने के लिए ट्रायल से 4 दिन पहले यह निर्णय लिया.
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इन कैटेगरी का 22 जुलाई को होगा ट्रायल
ग्रीको-रोमन 60 किग्रा, 67 किग्रा, 77 किग्रा, 87 किग्रा, 97 किग्रा, 130 किग्रा और महिलाओं के 50 किग्रा, 53 किग्रा, 57 किग्रा, 62 किग्रा, 68 किग्रा और 76 किग्रा के लिए फ्रीस्टाइल ट्रायल 22 जुलाई को होगा. जबकि पुरुषों 57 किग्रा, 65 किग्रा, 74 किग्रा, 86 किग्रा, 97 किग्रा, 125 किग्रा के फ्रीस्टाइल ट्रायल 23 जुलाई को नई दिल्ली के इंदिरा गांधी स्टेडियम में होंगे. विनेश ने बीमारी के कारण हाल ही में बुडापेस्ट में रैंकिंग सीरीज की प्रतियोगिता से नाम वापस ले लिया था. बजरंग और विनेश के साथ विरोध करने वाले चार अन्य पहलवानों 2016 रियो ओलंपिक पदक विजेता साक्षी, उनके पति कादियान, संगीता और किन्हा ने एशियाई खेलों और विश्व चैंपियनशिप ट्रायल की तैयारी के लिए 10 अगस्त तक का समय मांगा था.
WFI के दिशानिर्देशों के अनुसार, सभी भार वर्गों में चयन ट्रायल अनिवार्य है. चयन समिति के पास हालांकि मुख्य कोच, विदेशी विशेषज्ञ की सिफारिश पर बिना ट्रायल के ओलंपिक विश्व चैम्पियनशिप के पदक विजेताओं जैसे प्रतिष्ठित खिलाड़ियों का चयन करने का विवेकाधिकार होगा. बजरंग और विनेश दोनों उस मानदंड में फिट बैठते हैं लेकिन इस मामले में पुरुषों के फ्रीस्टाइल राष्ट्रीय कोच जगमंदर सिंह और महिलाओं के राष्ट्रीय कोच वीरेंद्र दहिया को अंधेरे में रखा गया. जगमंदर ने कहा कि मुझे इस बात की जानकारी भी नहीं है कि ऐसा कोई निर्णय लिया गया. समिति ने हमें बैठकों के लिए बुलाना बंद कर दिया था. हमने ऐसी कोई सिफारिश नहीं की है, हमने सभी श्रेणियों में ट्रायल कराने का समर्थन किया है. (इनपुट- भाषा)
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