Game Over: खुले BCCI और टीम इंडिया से जुड़े कई बड़े राज, चेतन शर्मा भी फंसे, गेम हुआ ओवर
Game Over Sting Operation
Chetan Sharma Sting Operation: टीम इंडिया के इन राज से पूरा देश हिल जाएगा. स्टार का करियर कैसे बनता है या बिगड़ता है. पढ़िए अभिषेक कुमार की रिपोर्ट.
डीएनए हिंदी: Team Inda Sting Operation- भारतीय क्रिकेट से जुड़ा ऐसा खुलासा सामने आया है, जिसके बारे में जानकर आप हिल जाएंगे. विराट कोहली कैसे कप्तानी से हटे और रोहित शर्मा ने जगह ली? सौरव गांगुली और विराट कोहली के बीच विवाद का असली कारण क्या था? कैसे टीम इंडिया के अंदर फिटनेस के इंजेक्शन वाला खेल चलता है? ZEE News के खुफिया कैमरे के सामने ऐसे सवालों के खुलासे उस शख्स ने किए हैं, जो आज की तारीख में आपके चहेते स्टार का करियर बनाने या बिगाड़ने का दमखम रखता है. ये हैं दुनिया के सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड बीसीसीआई के चीफ सलेक्टर चेतन शर्मा, जिन्होंने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड की बिल्डिंग की दीवारों में दफन बहुत सारे राज खोले हैं. चेतन शर्मा ने बताया है कि टीम इंडिया में आपके पसंदीदा खिलाड़ियों को टीम से ड्रॉप करने की स्क्रिप्ट कैसे लिखी जाती है? साथ ही चेतन ने उसका भी नाम बताया है, जो बीसीसीआई से टीम इंडिया तक न जाने कितनों को डुबोकर जाएगा?
ICC तक हड़कंप मचाएंगे चेतन शर्मा के मुंह से निकले खुलासे
चेतन शर्मा के मुंह से निकले खुलासों से BCCI ही नहीं बल्कि क्रिकेट की सर्वोच्च संस्था ICC में भी हड़कंप मचना तय है. ऐसे खुलासे जो टीम इंडिया के बड़े-बड़े खिलाड़ियों को बेनकाब कर देंगे. ऐसे खुलासे जिसे देखने के बाद करोड़ों क्रिकेट प्रेमी खुद को ठगा हुआ महसूस करेंगे. आपको लगेगा कि जिस क्रिकेट से...जिस टीम इंडिया से...जिन खिलाड़ियों से आप इतना प्यार करते हैं...जिन्हें आप सर आंखों पर सजाते हैं...वो किस तरह अपने स्वार्थ के लिए आपके साथ छल कर रहे हैं.
सामने आएंगे ये 5 सच
- पहली बार, आपको पता चलेगा कि टीम इंडिया में कैसे फिटनेस हासिल करने के लिए इंजेक्शन वाला खेल खेला जा रहा है.
- पहली बार, दुनिया के सामने ये सच आएगा कि बड़े-बड़े स्टार प्लेयर की इंजेक्शन वाली फिटनेस पर क्यों बीसीसीआई जानबूझकर अंजान बनी है?
- पहली बार, आज आप जानेंगे कि बोर्ड बनाम कप्तान की लड़ाई यानी सौरव गांगुली और विराट कोहली के बीच हुए विवाद में झूठ कौन बोल रहा था?
- पहली बार, आपको ये भी पता चलेगा कि रोहित शर्मा और हार्दिक पांड्या जैसे आपके पसंदीदा क्रिकेटर चीफ सेलेक्टर को किस तरह खुश करते हैं.
- पहली बार, आप ये समझ पाएंगे कि कैसे ब्रेक के नाम पर यानी आराम के नाम पर बड़े-बड़े खिलाड़ियों को टीम से हटाने का प्लान तैयार किया गया है.
फर्जी फिटनेस से पहले जानिए 21वीं सदी में भारतीय क्रिकेट के सबसे बड़े विवाद का सच
टीम इंडिया में इंजेक्शन लेकर कैसे खिलाड़ी फर्जी फिटनेस का खेल खेल रहे हैं और टीम इंडिया के चीफ सेलेक्टर सब जानते हुए भी इस गुनाह को क्यों नहीं रोक पा रहे...ये क्रिकेट की दुनिया में टीवी इतिहास का सबसे बड़ा खुलासा है, लेकिन इससे पहले हम आपको भारतीय क्रिकेट के 21वीं सदी के सबसे बड़े विवाद का पूरा सच दिखाना चाहते हैं. जो पहली बार बीसीसीआई की कोठरी से बाहर आया है. बीसीसीआई की चयन समिति के चेयरमैन ने ज़ी मीडिया के खुफिया कैमरे पर ये खुलासा किया है कि उस विवाद में कौन सही था और कौन झूठ बोल रहा था.
दो मुलाकात और हिला देने वाले खुलासे
तारीख 18 दिसंबर 2022, दिन रविवार. बीसीसीआई यानी भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड की चयन समिति के चेयरमैन चेतन शर्मा दिल्ली में अपने घर पर थे. स्वेटर पहनकर सोफे पर बैठे चेतन शर्मा से ये मेरी पहली मुलाकात थी, लेकिन ये आखिरी मुलाकात नहीं थी..क्योंकि ठीक 16 दिन बाद 4 जनवरी 2023 की शाम हम फिर मिले इसी घर में. इन दो मुलाकातों के दौरान चयन समिति के चेयरमैन ने हमारे खुफिया कैमरे पर कई बड़े खुलासे किए. वो खुलासे जिसने भारतीय क्रिकेट की ऐसी सच्चाई सामने रख दी है, जो अब तक दुनिया से दबी हुई थी.
इनमें से एक बड़ा खुलासा बीसीसीआई के पूर्व प्रेसिडेंट सौरव गांगुली और टीम इंडिया के पूर्व कप्तान विराट कोहली के बीच हुए विवाद पर था. आप भी जानना चाहते होंगे कि दुनिया के सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड का बॉस...मौजूदा दौर में दुनिया के सबसे बड़े खिलाड़ी के निशाने पर क्यों आ गया? आखिर क्यों बीसीसीआई के दादा को विराट ने पूरी दुनिया के सामने चुनौती दे दी. आज आपको ये भी पता चलेगा कि वनडे टीम से विराट कोहली की कप्तानी छीनने में सबसे बड़ा रोल किसका था?
पहले जान लें कि विराट-सौरव का विवाद क्या था
यूएई में साल 2021 में हुए टी-20 वर्ल्डकप से पहले ही विराट कोहली ने ऐलान कर दिया था कि वे इस टूर्नामेंट के बाद टी20 में टीम इंडिया की कप्तानी नहीं करेंगे. वर्ल्ड कप में विराट और टीम, दोनों का परफॉर्मेंस बेहद खराब रहा. पाकिस्तान से भी हार गए. इसके बाद विराट की जगह रोहित शर्मा टी20 में कप्तान के तौर पर दिखे. सौरव गांगुली ने कहा कि उन्होंने विराट को टी20 की कप्तानी नहीं छोड़ने की सलाह दी. इसके उलट विराट कोहली ने दक्षिण अफ्रीका दौरे की प्रेस कॉन्फ्रेंस में 15 दिसंबर, 2021 को कह दिया कि उन्हें वनडे में नया कप्तान बनाए जाने के बारे में सिर्फ डेढ़ घंटे पहले बताया गया. साथ ही विराट ने कह दिया कि बीसीसीआई ने उन्हें टी-20 की कप्तानी छोड़ने को लेकर ऐसा कुछ नहीं कहा, जैसा दावा बोर्ड प्रेसिडेंट कर रहे हैं. यहीं से विवाद खड़ा हो गया.
प्लेयर को लगता है कि मैं बड़ा हूं, लेकिन प्रेसिडेंट पर अटैक मतलब BCCI पर अटैक
चेतन शर्मा ने इस विवाद पर कहा, देखिए वो क्या होता है ना कि प्लेयर और प्रेसिडेंट के बीच में जो विवाद होता है ना. बहुत खतरनाक हो जाता है. ये सीधा Player against BCCI हो जाता है. प्रेसिडेंट तो BCCI है ना. इसमें गलती किसकी है, किसकी नहीं है, वो बाद में देखा जाएगा.पहले ये सीधा बीसीसीआई पर अटैक होता है. सब प्लेयर को ऐसा करने के लिए मना किया जाता है. इसमें नुकसान प्लेयर का ही होगा. क्या होगा कि इसमें सब (BCCI के अंदर के लोग) इकट्ठे हो जाएंगे. बेशक गलती प्रेसिडेंट की ही हो.
चेतन शर्मा ने कहा, जब प्लेयर थोड़ा बड़ा हो जाए तो उसे लगता है कि वो बोर्ड से भी बड़ा हो गया है. फिर उसे लगता है कि मेरा तो कोई बाल नहीं बांका कर सकता. मेरे बिना तो क्रिकेट बंद हो जाएगा इंडिया में. कभी हुआ है? बड़े-बड़े आए, बड़े-बड़े गए. क्रिकेट तो वहीं का वहीं रहता है, तो उसने (Virat Kohli) उस समय हिट मारने की कोशिश की प्रेसिडेंट को. मुझे तो सौरव गांगुली ने कभी ये बात बोली ही नहीं थी. अब या तो प्रेसिडेंट ने झूठ बोला या विराट सच बोल रहा है. बहुत बड़ा इश्यू हो गया तो हंगामा हो गया.
ये EGO का विवाद है, दोनों कह रहे थे मैं बड़ा हूं
चेतन शर्मा बोले, ये EGO का विवाद है. वो (विराट कोहली) कहता मैं बड़ा हूं...वो (सौरव गांगुली) कहता मैं बड़ा हूं. सौरव गांगुली भी कप्तान रहा है देश का. बहुत बड़ा कप्तान. सबसे ज्यादा विश्वसनीय और ये उसके लिए आज भी कहा जाता है. उसे most successful कप्तान बोला जाता है. विराट को लगता है कि वो most successful है. इसने बोला, उसने बोला, वो झूठ बोल रहा है तो टकराव हो गया. चेतन ने सवाल के अंदाज में कहा, क्यों कहा था विराट ने? वो कप्तान के तौर पर जा रहा था साउथ अफ्रीका. प्रेस कॉन्फ्रेंस जो होती है, वो टीम के बारे में होती है. इस टॉपिक को लाने की जरूरत भी नहीं थी वहां पर, लेकिन वो इस टॉपिक को लेकर आया. जानबूझकर लेकर आया. उसका मकसद क्या था, अब ये तो वही बता सकता है. मेरे ख्याल से उसे लग रहा था कि उसकी कप्तानी प्रेसिडेंट के कारण गई है.
कौन बोल रहा था झूठ, विराट या गांगुली? जानिए चेतन की जुबानी
चेतन शर्मा ने कहा, गांगुली ने कहीं पर स्टेटमेंट दिया कि जब विराट कोहली हमसे बात कर रहा था कि मुझे captaincy छोड़नी है तो मैंने उसे मना किया captaincy नहीं छोड़ने के लिए. ये उसने मीडिया में बोला. दूसरी तरफ विराट भी मीडिया में जाकर बोला कि मुझे कभी भी president ने ये बात बोली ही नहीं. इसी से controversy आ गई. चेतन शर्मा ने आगे कहा, नॉर्मल है बोला था सौरव गांगुली ने कि सोच लो एक बार. शायद वीडियो कॉन्फ्रेंस में. विराट ने नही सुना होगा. वहां तो नौ लोग बैठे थे. एक आदमी तो होता नही है. सारे लोग थे. मैं भी था. सारे सेलेक्टर थे. बोर्ड के सारे वाइस प्रेसिडेंट थे या तो विराट ने सुना नहीं या फिर मुझे नहीं पता. चेतन ने विराट के झूठ बोलने के सवाल पर कहा, हमें नहीं पता, विराट को पता होगा. क्यों कहा विराट ने? वो कैप्टन के तौर पर साउथ अफ्रीका जा रहा था. प्रेस कॉन्फ्रेंस जो होती है वो टीम के बारे में होती है. इस टॉपिक को लाने की जरूरत ही नहीं थी वहां पर, लेकिन वो इस टॉपिक को वहां पर लेकर आया. जानबूझकर लेकर आया.
अब मकसद तो वही बता सकता है.
चेतन शर्मा ने आगे कहा कि सच्चाई ये थी बात तो हुई थी. 6 लोग, 8/9 लोग बैठे थे. बात तो हुई थी. गांगुली ने कहा था. विराट झूठ बोल रहा था पर विराट ने क्यों बोला झूठ, आज तक किसी को नहीं पता. ये उसका पर्सनल मैटर है. इसमें controversy हो गई थी. बोर्ड versus प्लेयर हो गया था. चेतन से पूछा गया कि झूठ बोलने का मकसद क्या था तो उन्होंने कहा, मकसद यही था कि उसे लगा कि मुझे जो वाइट बॉल captaincy से हटाया गया है, उसमें सौरव गांगुली का हाथ है.
विराट पर ही उल्टा पड़ गया दांव
चेतन शर्मा से पूछा गया कि विराट को हटाना चाहते थे सौरव तो उन्होंन कहा, हटा तो दिया. रोहित शर्मा आ तो गया था. ये बहुत बड़ी कॉन्ट्रोवर्सी है, आपको समझ में नहीं आ रही है. आप क्रिकेट में नहीं घुस रहे हो. ये बहुत बड़ी बात बोल रहा हूं मैं. दो ईगो clash हैं. एक जो सोच रहा है कि मुझे जो हटाया गया है captaincy से, ये गांगुली ने हटाया है तो उसकी मैं मंजी ठोकूंगा. उसने स्टेटमेंट दिया कि उसे बदनाम करने के लिए गांगुली ये उल्टी-सीधी हरकतें कर रहा है. ये बताने की कोशिश की मीडिया में. जो कि उसी पर उल्टा पड़ गया.
क्या पहले से तैयार हो गई थी विराट को हटाने कि स्क्रिप्ट?
चेतन शर्मा के मुताबिक विराट कोहली झूठ बोल रहे थे और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान जब विराट कोहली ने बोर्ड के सामने टी-20 टीम की कप्तानी छोड़ने का फैसला सुनाया, तो सौरव गांगुली ने उनसे कहा था कि सोच लो एक बार. चेतन शर्मा का दावा है कि उन्होंने ये खुद सुना. हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि हो सकता है, विराट ने ये बात नहीं सुनी हो. जब गांगुली और विराट के बीच विवाद बढ़ने लगा, तब टीम इंडिया के लिए इतने टेस्ट खेलने वाले चेतन शर्मा ने ही मीडिया में बयान जारी किया और बोर्ड बनाम कप्तान की लड़ाई में उन्होंने बोर्ड का साथ दिया.
अब सवाल ये है कि क्या गांगुली ही विराट को हटाना चाहते थे. क्या विराट को गांगुली नापसंद करते थे. क्या बीसीसीआई अध्यक्ष को कोहली कप्तान के रूप में खटक रहे थे? या फिर रोहित शर्मा को टीम इंडिया का कप्तान बनाने के लिए कोहली को किनारे लगाने की स्क्रिप्ट तैयार की गई थी? क्या बीसीसीआई पर रोहित को फेवर करने का आरोप सही है?
'फेवर करने की बात हटा दीजिए, ये सिर के ऊपर आ जाएगा'
रिपोर्टर ने जब चेतन शर्मा से कहा कि इसे हम वीडियो में जोड़ लेते हैं, गांगुली जो है, रोहित शर्मा को फेवर कर रहे थे. इस पर चेतन के सहयोगी बोले, अब ये तो गांगुली ही बता सकता है. नहीं, ये सिर के ऊपर (मेरे ऊपर) आ जाएगा. कप्तान तो मैंने बनाया ना. उन्होंने कहा, ये मत कहो कि रोहित शर्मा को फेवर कर रहे थे. आप ये बताओ कि विराट कोहली को पसंद नहीं कर रहे थे. उल्टा चलो ना.
चेतन शर्मा के सहयोगी ये नहीं चाहते थे कि ऐसा लिख या दिखाया जाए कि रोहित को फेवर करने के लिए विराट की कप्तानी छीनी गई क्योंकि अगर ऐसा कहा जाएगा तो रोहित को फेवर करने के लिए सीधे तौर पर चेतन शर्मा जिम्मेदार होते । चेतन शर्मा के मुताबिक, सौरव गांगुली विराट कोहली को पसंद नहीं करते थे, लेकिन उन्होंने इस आरोप को खारिज कर दिया कि सौरव गांगुली रोहित शर्मा का फेवर करते थे.
गांगुली ने कोहली को कप्तानी छोड़ने को मना किया तो हटाया किसने?
खुफिया कैमरे पर चेतन शर्मा ने सौरव गांगुली और विराट कोहली के बीच विवाद की वजह भी बताई और विवाद का सच भी बताया । चेतन शर्मा के मुताबिक, विराट कोहली को लगता था कि गांगुली की वजह से उनकी कप्तानी गई. लेकिन गांगुली ने तो उन्हें कप्तानी छोड़ने से मना किया था. फिर, कोहली को हटाया किसने? विराट कोहली को सबसे ज्यादा तकलीफ. वनडे टीम की कप्तानी गंवाने की थी. विराट ने वनडे टीम की कप्तानी खुद नहीं छोड़ी थी, उन्हें हटाया गया था. चेतन शर्मा का दावा है कि विराट को हटाने का फैसला बीसीसीआई के अध्यक्ष का नहीं था. ये फैसला था चयन समिति का. जिसकी कमान उस वक्त भी चेतन शर्मा के हाथ में थी.
'हमने विराट को कहा, आपको कैप्टन नहीं रखेंगे, हम चेंज कर रहे हैं'
चेतन शर्मा के मुताबिक, गांगुली विराट को नापसंद कर रहा था. उनसे पूछा गया कि रोहित को पसंद कर रहा था? इस पर चेतन बोले, रोहित को नहीं. उसे तो पता ही नही था कि कप्तान कौन बनेगा. हुआ कुछ नहीं था, विराट को ऐसा लगा. जब विराट को हम लोगों ने हटाया as a कैप्टन तो हमारी तरफ से कोई स्टेटमेंट नहीं था. विराट से बात किया, निकाला उनको. कह दिया कि हम आपको captain नहीं रखेंगे. हम captain चेंज कर रहे हैं.
क्या थी विराट को कप्तानी से हटाने की वजह?
चेतन शर्मा के मुताबिक, उन्होंने विराट कोहली से बात की और ये बताया कि उन्हें वनडे टीम के कैप्टन पद से हटाया जा रहा है, लेकिन इस फैसले की वजह क्या थी? क्या ये फैसला इसलिए लिया गया, क्योंकि विराट की कप्तानी में टीम इंडिया ने एक भी आईसीसी ट्रॉफी नहीं जीती थी, जबकि विराट को बोर्ड ने पूरी छूट दी थी? वो जिसे चाहते थे, टीम में रखते थे. जिसे चाहते थे, टीम से निकाल देते थे. यहां तक कि कोच तय करने में भी उनकी बड़ी भूमिका होती थी. कहा तो ये भी गया कि अनिल कुंबले को कोच पद से हटाने और रवि शास्त्री को कोच बनाने में भी विराट कोहली का बड़ा रोल था. वहीं, रोहित शर्मा का दावा इसलिए मजबूत था, क्योंकि आईपीएल में उन्होंने कप्तान के तौर पर मुंबई इंडियंस को 5 बार चैंपियन बनाया.
'चयन समिति की सोच थी रेड बॉल और व्हाइट बॉल क्रिकेट का अलग-अलग कप्तान हो'
चेतन शर्मा ने कहा, देखिए हटाना तो सेलेक्टर का काम होता है, सेलेक्टर ने हटाया. क्योंकि एक फॉर्मेट में एक कप्तान रखना था. ये नॉर्मल प्रोसिजर है, उसको पता भी है. चेतन शर्मा ने आगे कहा, जब मीडिया में खबर आई कि विराट कोहली ने मना कर दिया है T-20 की कप्तानी के लिए, तो हम लोगों ने ये कहा कि अगर वो T-20 की कप्तानी नहीं करेगा तो हम वनडे से भी उसे हटा देंगे. सेलेक्टर्स की ये सोच थी. चयन समिति टीम इंडिया में दो कप्तानों का फॉर्मूला लागू करना चाहती थी. एक रेड बॉल क्रिकेट का कप्तान हो और दूसरा व्हाइट बॉल क्रिकेट का कप्तान.
चेतन शर्मा का दावा है कि उन्होंने ये तय किया कि जो खिलाड़ी टी-20 मैच की कप्तानी करेगा वही वनडे मैच में भी कप्तानी करेगा और इस वजह से चयन समिति के चेयरमैन होने के नाते चेतन शर्मा ने ही विराट कोहली को वनडे टीम से हटाने का फैसला किया. चेतन शर्मा ने एक नहीं तीन-तीन बार दावा किया कि विराट को हटाने का फैसला बीसीसीआई अध्यक्ष का नहीं बल्कि उनका था.
चेतन शर्मा ने कहा, देखो क्या होता है, जब captain चेंज किया जाता है, सेलेक्टर्स और बोर्ड साथ बैठकर सेलेक्ट करते हैं. ये कैप्टन के लिए है. वैसे सेलेक्शन होता है तो सेलेक्शन कमेटी सेलेक्शन करती है, लेकिन जब कैप्टन का मामला होता है तो आप बैठकर बातचीत करते हो. वो विराट को भी पता है, तो उसको लगा कि सौरव गांगुली का. इसमें बहुत बड़ा रोल था कि मुझे captaincy से हटाया गया पर सेलेक्टर्स की सोच अलग थी. सेलेक्टर्स की सोच थी कि WHITE बॉल क्रिकेट है तो वो एक कैप्टन करेगा और रेड बॉल क्रिकेट कैप्टन एक करेगा. हम दोनो को मिक्स नही करेंगे. जब चेतन से पूछा गया कि क्या ये एक्सपेरिमेंट था तो उन्होंने कहा, एक्सपेरिमेंट नहीं है, नॉर्मल प्रोसीजर होता है. वाइट बॉल कैप्टन अलग होता है. रेड बॉल कैप्टन अलग होता है.
अब खुद भूल गई है चयन समिति अपना फॉर्मूला?
जब तक सेलेक्टर एक्सपेरिमेंट करना चाहे. जैसे एक व्हाइट बॉल का अलग. रेड बॉल का अलग. फिर एक व्हाइट बॉल का कप्तान एक अलग.. वो होगा एक्सपेरिमेंट. जैसे अब हो रहा है एक्सपेरिमेंट. हार्दिक पांड्या टी20 का कप्तान है और रोहित शर्मा वनडे का कैप्टन है. रोहित शर्मा टेस्ट का कैप्टन है. ये एक्सपेरिमेंट हो रहा है. इसका मतलब ये हुआ कि जिस फॉर्मूले के तहत विराट कोहली से वनडे टीम की कप्तानी छीनी गई थी, उस फॉर्मूले को खुद बीसीसीआई की चयन समिति अब भूल चुकी है.
चयन समिति के चेयरमैन के मुताबिक, विराट को ये कहकर वनडे टीम की कप्तानी से हटाया गया था कि व्हाइट बॉल क्रिकेट यानी टी-20 और वनडे क्रिकेट का कप्तान एक ही होगा, लेकिन इस समय टीम इंडिया में वनडे और टी-20 के लिए दोअलग-अलग कप्तान हैं. टेस्ट के साथ-साथ वनडे की कप्तानी रोहित शर्मा कर रहे हैं और टी-20 के कप्तान हैं हार्दिक पांड्या. बीसीसीआई के इसी नये फॉर्मूले को चेतन शर्मा ने एक्सपेरिमेंट का नाम दिया है.
क्या टीम इंडिया दो गुटों में बंटी है?
एक साल पहले तक रोहित शर्मा विराट कोहली की कप्तानी में खेलते थे, लेकिन अब विराट को रोहित की कप्तानी में खेलना पड़ रहा है. कई बार मीडिया में दावा किया गया कि इन दो बड़े खिलाड़ियों के बीच सबकुछ ठीक नहीं है. क्या वाकई ऐसा हैय़ क्या टीम इंडिया दो गुटों में बंटी है ? इस सवाल के जवाब में चेतन शर्मा ने क्या कहा?
चेतन शर्मा बोले, कोई विवाद नहीं है ये बस मीडिया का speculation है. देखिए जब दो बड़े नेता बैठे होते हैं आमने-सामने, एक EGO तो रहता है ना छोटा-मोटा. मैंने बोला यार ये लड़का बहुत अच्छा है. उसने कहा नहीं नहीं नहीं नहीं, वो (दूसरा) है. विवाद कुछ नहीं है. हालांकिचेतन शर्मा का दावा है कि रोहित शर्मा और विराट कोहली के बीच कोई विवाद नहीं है, लेकिन EGO है और जहां EGO है, वहां विवाद होने की आशंका ज्यादा होती है. ऐसे में हमारी आशंका सवाल बनकर चेतन शर्मा के आगे खड़ी थी. चेतन से पूछा गया कि क्या विराट और रोहित में खींचातानी है? उन्होंने कहा, कुछ नहीं है. जैसे अमिताभ बच्चन जी और धर्मेंद्र जी की दो शख्सियत होती थी ना. लोग कहते थे ना कि कुछ नहीं होता. ITS JUST AN EGO. जो कुछ नहीं होता, वो मीडिया कर देता है. विराट और रोहित की जोड़ी की तुलना अमिताभ बच्चन और धर्मेंद्र से करने वाले चेतन शर्मा ने बताया कि दोनों खिलाड़ी एक दूसरे का सपोर्ट करते हैं.
विराट जब बाहर गए और उसके बाद, इस सवाल के जवाब में चेतन ने कहा, रोहित ने सपोर्ट किया था. विराट जब बुरे फॉर्म से गुजर रहा था. तब सबसे ज्यादा सपोर्ट रोहित कर रहा था. जब रोहित का प्रॉब्लम हुआ तो विराट ने सपोर्ट किया. यहां आपको इस बात का ध्यान रखना होगा कि, ये वही चेतन शर्मा हैं जो विराट-गांगुली विवाद में दावा कर चुके हैं कि कोहली झूठ बोल रहे थे. लेकिन जब सवाल रोहित और विराट के आपसी रिश्ते का था, तब उन्होंने साफ तौर पर कहा कि इगो तो है, लेकिन दोनों एक दूसरे का सपोर्ट करते हैं.
'विवाद होता तो पता होता और एक मिनट में एक्शन भी हो जाता'
चेतन शर्मा के मुताबिक, अगर रोहित और विराट के बीच कोई विवाद होता तो उन्हें इसके बारे में जरूर पता होता और एक मिनट में एक्शन भी हो जाता. चेतन शर्मा- ये वो टीम तो नहीं है कि 40 लोगों की टीम है. 15 की टीम है. आप होटल से बाहर जा नहीं सकते. आपका एक प्लेयर लाउंज है. आपका एक टीम रूम है. एक आपका वॉर रूम है. तीन चीजें होती हैं. होटल के अंदर तीनों जगहों पर सेलेक्टर्स घूम रहा होता है, वो वॉच कर रहा होता है आपको. जैसे मैं हूं या मैंने किसी की ड्यूटी लगाई. वो वॉच कर रहा होता है. इन्हें पता होता है कि हल्का सा धुआं भी उठेगा ना तो एक मिनट में एक्शन हो जाएगा. वो सीधा मुझे फोन करेगा. मैं बोर्ड को फोन करूंगा. दोनों को बुलाकर खड़ा कर देंगे. हां इधर आओ, खेलना है क्रिकेट या नहीं. हम तो सीधा ऐसे बोलते हैं खेलना है. नहीं खेलना. नहीं खेलना? ओके थैंक्यू, WE DONT NEED YOU. हिंदुस्तान में 1 लाख आदमी बैठा है. इसलिए ये कहने की बातें हैं.
(अभिषेक कुमार, जी मीडिया)
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