WFI के नए अध्यक्ष बने संजय सिंह, बृजभूषण शरण सिंह के हैं करीबी

Written By कुणाल किशोर | Updated: Dec 21, 2023, 04:38 PM IST

WFI Chief Sanjay Singh

संजय सिंह भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के नए अध्यक्ष बन गए हैं. उन्होंने कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडलिस्ट रहीं अनिता श्योराण को मात दी.

डीएनए हिंदी: भारतीय कुश्ती संघ (WFI) को नया अध्यक्ष मिल गया है. संजय सिंह ने इस पद के लिए कॉमनवेल्थ गोल्ड मेडलिस्ट अनिता श्योराण को हरा दिया है. संजय सिंह अब WFI की बागडोर संभालंगे. उन्हें पूर्व WFI अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह का करीबी माना जाता है. बृजभूषण को 12 साल बाद WFI अध्यक्ष पद छोड़ना पड़ा था. उनके खिलाफ यौन शोषण सहित कई गंभीर आरोप लगे थे. इस पर देश के शीर्ष पहलवानों ने लंबे समय तक प्रदर्शन किया था.

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कुल 15 पदों पर हुए चुनाव

कई बार टलने के बाद आज यानी 21 दिसंबर को WFI का चुनाव हुआ. कुल 15 पदों पर चुनाव हुए. अध्यक्ष पद के अलावा वरिष्ठ उपाध्यक्ष, उपाध्यक्ष के 4 पदों, महासचिव, कोषाध्यक्ष, संयुक्त सचिव के दो पदों और कार्यकारी सदस्यों का चुनाव हुआ. इसके नतीजे बृजभुषण सिंह के खेमे के पक्ष में आए. हालांकि इस बीच विरोधी गुट के प्रेम चंद लोचब महासचिव का चुनाव जीतने में सफल रहे.

कौन हैं WFI के नए चीफ?

WFI के नए अध्यक्ष संजय कुमार सिंह मूल रूप से उत्तर प्रदेश के चंदौली के रहने वाले हैं. वह उत्तर प्रदेश कुश्ती संघ और नेशनल कुश्ती संघ में पदाधिकारी रहे हैं. संजय सिंह 2019 में WFI की कार्यकारी कमिटी का संयुक्त सचिव चुने गए थे. उनके परिवार का कुश्ती से पुराना नाता रहा है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, संजय सिंह के पिता और दादा दंगल कराया करते थे. 2008 में वह वाराणसी कुश्ती संघ के जिला अध्यक्ष बने थे. 2009 में उत्तर प्रदेश कुश्ती संघ जब बना, तो बृजभूषण शरण सिंह प्रदेश अध्यक्ष और संजय सिंह उपाध्यक्ष बने थे. 

'अब सुधार की कोई गुंजाईश नहीं'

बृजभूषण सिंह के खिलाफ आंदोलन में शामिल रहीं अनिता श्योराण को करारी हार झेलनी पड़ी उन्होंने कहा कहा, "इतनी बड़ी लड़ाई लड़ी, इतना मुश्किल लग रहा था, उम्मीदें तो सबकी थी, हम बच्चियों के लिए लड़ रहे थे. फेडरनेशन को बदलाव मंजूर नहीं था. उनकी लड़ाई खत्म नहीं हुई है. उनकी शिकायत पर अब कुछ नहीं होगा. हम तो मध्यम वर्गीय परिवार से आए हैं, उनकी जड़ें मजबूत थीं. अन्याय के खिलाफ लड़ाई जारी रहेगी. अन्याया के खिलाफ चुप तो नहीं बैठा जाएगा. अब सुधार की कोई गुंजाई नहीं है."

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