भोपाल में आयोजित हुआ क्रिकेट टूर्नामेंट, संस्कृत में कमेंट्री और धोती-कुर्ते में नजर आए खिलाड़ी, देखें वीडियो

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Jan 06, 2023, 03:56 PM IST

Cricket maharshi cup bhopal sanskrit commentary dhoti kurta as team jersey

भोपाल में तीन सालों से एक ऐसा टूर्नामेंट खेला जा रहा है जहां कमेंट्री संस्कृत में हो रही है और खिलाड़ी आपस में भी संस्कृत में ही बात करते हैं.

डीएनए हिंदी: इंडियन प्रीमियर लीग (Indian Premier League) जब से शूरू हुआ है तब से क्रिकेट की लोकप्रियता दिन प्रतिदिन बढ़ी ही है. आईपीएल के तर्ज पर कई जगह लोकल टूर्नामेंट खेले जाते हैं तो कई जगह इस लीग को देखने के लिए बड़े बड़े स्क्रीन लगाए जाते हैं. हालांकि अभी आईपीएल के शुरू होने में काफी वक्त है लेकिन भोपाल में क अजीबो गरीब क्रिकेट टूर्नामेंट खेला जा रहा है. इस मैच में खिलाड़ी धोती कुर्ता (Dhoti Kurta Cricket) पहनकर खेलते नजर आ रहे हैं तो कमेंट्री संस्कृत (Cricket Commentary in Sanskrit) भाषा में की जा रही है. मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में इस प्रतियोगिता के दौरान खिलाड़ी संस्कृत में ही आपस में बात भी करते हैं. 

 यहां देखें एशिया कप का पूरा शेड्यूल, जानें किस ग्रुप में हैं भारत और पाकिस्तान

भोपाल के अंकुर खेल एकेडमी में बुधवार को इस टूर्नामेंट की शुरुआत हुई. मंत्रों के साथ इस टूर्नामेंच की शुरुआत हुई. आज इस टूर्नामेंट का आखिरी दिन है. इस दौरान इस टूर्नामेंट में भोपाल, इंदौर, सीहोर, उज्जैन, गुना और विदिशा सहित कई जिलों की टीमें हिस्सा ले रही हैं. इसकी टूर्नामेंट की खासियत ये है कि इसमें खिलाड़ी धोती-कुर्ता पहनकर खेलते हैं और ज्यादातर खिलाड़ी संस्कृत महाविद्यालयों से पढ़ाई करने वाले हैं. इस टूर्नामेंट को अगले साल राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित करने की भी योजना है. 

इस टूर्नामेंट को देखने के लिए दर्शक दूर दूर से पहुंच रहे हैं और जिनको पता चल रहा है कि कुछ अलग तरह से क्रिकेट टूर्नामेंट आयोजित हो रहा है तो लोग इसके बारे में जानने के लिए उत्साहित भी नजर आ रहे हैं. हालांकि ये पहली बार नहीं है जब ये टूर्नामेंट आयोजित हो रहा है. इस प्रतियोगिता के मुख्य आयोजक श्रवण मिश्रा ने बताया कि तीन सालों से वो इस टूर्नामेंट को आयोजित कर रहे हैं और अगले साल से दूसरे राज्यों की टीमों को भी इस प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया जाएगा. उन्होंने बताया कि उनका मकसद संस्कृत भाषा का प्रचार-प्रसार और उसको बचाना है.

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर.