डीएनए हिंदी: किसी भी क्रिकेट टीम का कप्तान उस खिलाड़ी को बनाया जाता है, जिसके अंदर एक लीडरशिप क्वालिटी होती है और साथ में वह एक शानदार खिलाड़ी होता है. लेकिन अगर वह बिना प्रदर्शन के सिर्फ अपनी लीडरशिप क्वालिटी से टीम को जिता दे तो क्या ही कहने. कुछ ऐसा ही कारनामा इंग्लैंड क्रिकेट टीम के टेस्ट कप्तान बेन स्टोक्स ने किया है. शनिवार को लॉर्ड्स में इंग्लैंड ने शानदार जीत हासिल की. आयरलैंड के खिलाफ एकमात्र टेस्ट में अंग्रेज हर विभाग में आगे रहे और 10 विकेट से मुकाबला अपने नाम कर लिया.
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ये आयरलैंड टीम का सिर्फ 7वां टेस्ट मैच था. वे पहली पारी में सिर्फ 172 रन पर ढेर हो गई और इंग्लैंड को ऑलआउट नहीं कर सके. इंग्लैंड ने पहली पारी में 4 विकेट गंवाकर 524 रन बनाकर पारी घोषित कर दी. दूसरी पारी में आयरलैंड ने पहले से बेहतर बल्लेबाजी की और 9 विकेट खोकर 362 रन बनाए.जेम्स मैकुलम चोट लगने के बाद रिटायर्ड हर्ट हुए और दोबारा बल्लेबाजी के लिए नहीं आ सके. इंग्लैंड ने 10 विकेट से मैच अपने नाम कर ली. इस मुकाबले में इंग्लैंड के तेज गेंदबाज जोश टंग ने डेब्यू किया और 66 रन देकर 5 विकेट हासिल किए. आयरलैंड के मार्क अडायर और एंडी मैकब्रिन ने रिकॉर्ड 163 रन की साझेदारी की और इंग्लैंड को चाय के बाद फिर से बल्लेबाजी करने के लिए मजबूर किया.
न बैटिंग, न बॉलिंग, न ही विकेटकीपिंग, फिर भी जीता मैच
इंग्लैंड की ओर से स्टुअर्ट ब्रॉड ने पहली पारी में 5 और दूसरी पारी में एक विकेट हासिल किए. ऑली पॉप ने दोहरा शतक जड़ा, बेन डकेट 182 रन बनाकर आउट हुए लेकिन कप्तान न पहली पारी में बल्लेबाजी करने आए नही दूसरी पारी में उन्हें मौका मिला. यही नहीं उन्होंने पूरे मैच में एक ओवर की गेंदबाजी भी नहीं की. वह टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में बिना बैटिंग, बॉलिंग या विकेटकीपिंग किए मैच जीतने वाले पहले कप्तान बन गए.
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