Team India: पूर्व भारतीय बल्लेबाज मनोज तिवारी ने हाल ही में एक साक्षात्कार में अपने करियर के एक महत्वपूर्ण मोड़ के बारे में बताया, जब उन्हें 'अपने करियर के चरम' के दौरान राष्ट्रीय टीम से विवादास्पद तरीके से बाहर किया गया था. मनोज तिवारी ने 2011 में वेस्टइंडीज के खिलाफ एकदिवसीय मैच में शतक बनाया था, लेकिन अगले ही मैच में उन्हें टीम से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया. उसके बाद वह पूरे आठ महीने बाद वह टीम में वापसी कर सके.
अपनी पॉडकास्ट बनाऊं तो इसके बारे में बताउंगा
तिवारी ने कहा कि इस अनुभव ने उनके आत्मविश्वास को गहरा झटका दिया. उन्होंने तत्कालीन कप्तान एमएस धोनी पर अप्रत्यक्ष रूप से कटाक्ष करते हुए कहा कि जब किसी खिलाड़ी को उसके करियर के चरम पर बाहर किया जाता है, तो यह उसके मानसिक स्वास्थ्य पर निगेटीव प्रभाव डालता है. "यह अतीत की बात है, लेकिन यह दुखद था. यह जीवन है, लेकिन इसे आगे बढ़ाना जरूरी है. अगर मैं अपनी आत्मकथा लिखूं या पॉडकास्ट बनाऊं, तो मैं इस बारे में और बताऊंगा
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आकाश दीप की की तारिफ
तिवारी ने युवा तेज गेंदबाज आकाश दीप की भी तारीफ करते हुए कहा कि आकाश ने विदेशी परिस्थितियों में प्रदर्शन करने की क्षमता दिखाई है और जल्द ही महान गेंदबाजों के साथ खड़ा हो सकता है. आकाश दीप ने हाल ही में इंग्लैंड के खिलाफ शानदार टेस्ट डेब्यू किया था और बांग्लादेश के खिलाफ पहले टेस्ट में भी अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया. तिवारी ने कहा आगे कहा जब आकाश दीप अंडर-23 से सीनियर टीम में आए, तो उनकी प्रतिभा स्पष्ट थी. उन्होंने अपनी प्रतिभा को प्रदर्शन में बदलने के लिए कड़ी मेहनत की है. वह एक मेहनती और मानसिक रूप से स्थिर खिलाड़ी हैं. उन्होंने आगे कहा, "अब तक, आकाश ने भारतीय परिस्थितियों में शानदार प्रदर्शन किया है. जब वह ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड या दक्षिण अफ्रीका जैसे विदेशी दौरे पर जाएंगे, तो वह महान गेंदबाजों में से एक बन सकते हैं.
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