टीम इंडिया के लिए 15 इंटरनेशनल मुकाबले खेलने वाले मनोज तिवारी ने हाल ही में क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास का ऐलान कर दिया है. बंगाल के इस दिग्गज बल्लेबाज ने बिहार के खिलाफ ईडन गार्डंस में रणजी मैच के बाद इसकी घोषणा की. संन्यास के बाद मनोज तिवारी ने कई ऐसे खुलासे किए हैं, जिसने फैंस के बीच खलबली मचा दी है. स्पोर्ट्स नाउ से बातचीत के दौरान मनोज ने उस घटना का जिक्र किया जब पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर उनसे रणजी मैच के दौरान भिड़ गए थे.
2015 में बंगाल और दिल्ली के बीच फिरोजशाह कोटला में ग्रुप ए का मुकाबला खेला जा रहा था. मनोज 4 नंबर पर बैटिंग करने उतरे. वह कैप पहनकर आए थे, लेकिन जब उन्हें लगा कि दूसरे छोर से तेज गेंदबाज बॉलिंग करेंगे, तो उन्हें तुरंत हेलमेट की मांग की. ऐसे में स्लिप में खड़े गंभीर भड़क गए और दोनों के बीच कहासुनी हो गई.
मनोज ने बताया कि गंभीर ने उनसे कहा, "तू बाहर मिल मैच के बाद और आज तू गया." 38 साल के मनोज ने आगे कहा, "उनका ऐसा कहना बचकानी हरकत थी. कोटला में पत्रकारों के बैठने की जगह मैदान के अंदर ही है और वहां मौजूद सभी एक-एक बात सुनते हैं. लेकिन मेरे शरीर और उनके शरीर को देखते हुए किसे पता कौन शाम को मिलता." ये कहकर मनोज हंसने लगे.
हालांकि मनोज ने कहा कि गंभीर के साथ हुई लड़ाई को लकेर उन्हें काफी अफसोस है.
मनोज ने कहा, "उस दिन गंभीर के साथ मेरी जो लड़ाई हुई, उसका मुझे सिर्फ इस बात का अफसोस है कि जो लोग मुझे जानते हैं, वे आपको बताएंगे कि मैं उस तरह का आदमी नहीं हूं जो सीनियर्स से भिड़ता है. यह उन मेमरीज में से है जिसे मैं याद नहीं रखना चाहूंगा. सीनियर्स के साथ मेरे अच्छे रिश्ते हैं, लेकिन उस एक घटना की वजह से मेरी छवि खराब हो गई."
उन्होंने आगे कहा, "गंभीर एक जुनूनी क्रिकेटर है और मैं भी हूं.. लेकिन कई बार जुनून कुछ ऐसी चीजें सामने ला देता है जो सार्वजनिक तौर पर सामने नहीं आनी चाहिए. ये अप्रत्याशित था और कई अन्य बातें भी कही गईं.. लेकिन इसमें मेरी कोई गलती नहीं थी."
ये पूछने पर कि क्यो दोनों क्रिकेटर मतभेद को सुलझाने के लिए कभी मिले? तो मनोज ने कहा, "नहीं, हमने इस बारे में कभी बात नहीं की और ना ही हमें मिलने का समय मिला."
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