डीएनए हिंदी: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के पहले टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया को बड़ी हार झेलनी पड़ी. न ही उसके गेंदबाज कोई खास कमाल दिखा पाए और न ही बल्लेबाज. गेंदबाजों ने एक बार को फिर भी मेहनत की, लेकिन टीम की बल्लेबाजी बेहद घटिया रही. इन्हीं कारणों से ऑस्ट्रेलियाई टीम के बल्लेबाजों, खासतौर पर सलामी बल्लेबाज डेविड वॉर्नर को सबसे ज्यादा आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है.
वॉर्नर ने नागपुर टेस्ट में बेहद खराब बैटिंग की और पहली पारी में जहां वो महज एक रन बनाकर आउट हो गए, वहीं दूसरी इनिंग्स में वो सिर्फ 10 रन बना सके. इस खराब परफॉर्मेंस के लिए वॉर्नर को अब उनके ही पुराने साथी ने खरी खोटी सुनाई है. वॉर्नर का ये पुराना साथी और कोई नहीं बल्कि मिचेल जॉनसन है, जिन्हें वॉर्नर के जैसे ही एक आक्रामक क्रिकेटर माना जाता आया है.
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क्या बोले जॉनसन
जॉनसन ने एक दम साफ शब्दों में कहा है कि डेविड वॉर्नर की इस ऑस्ट्रेलियाई टीम में कोई जगह नहीं होनी चाहिए. उन्होंने कहा, 'मैं होता तो डेविड वॉर्नर को हटा देता और मैट रेनशॉ को ओपनिंग करने भेजता. साथ ही ट्रेविस हेड को मिडिल ऑर्डर में डालता.' ट्रेविस हेड को टीम में जगह न दिए जानें पर ऑस्ट्रेलियाई फैंस काफी नाराज हैं. हेड एक बेहतरीन खिलाड़ी हैं. लेकिन एशिया में हेड का प्रदर्शन भी कुछ खास नहीं रहा है. यहां उनका बल्लेबाजी औसत महज 21 का है और उन्होंने श्रीलंका दौरे पर 7.66 की औसत से सिर्फ 23 रन ही बनाए थे.
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वॉर्नर पर भी लागू होनी चाहिए वही बात
हालांकि जॉनसन ने इस बात को वॉर्नर पर भी लागू करने को कहा है. जॉनसन ने कहा, 'अगर सबकॉन्टिनेंट में खराब फॉर्म की बात हेड के लिए कही जा रही है तो ये वॉर्नर पर भी लागू होनी चाहिए.' लेकिन जॉनसन की तमाम दलीलों के बाद भी ऑस्ट्रेलियाई टीम शायद ही वॉर्नर को बाहर बिठाएगी. वॉर्नर पर जब बैन (2018-19) लगा था उसके बाद उन्हें शायद ही कभी ड्रॉप किया गया है.
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