भारत क्रिकेट टीम के कप्तान रोहित शर्मा ने सोमवार को घरेलू मैदान पर टेस्ट सीरीज जीतने पर ज्यादा तवज्जो नहीं मिलने और हार की स्थिति में पूरी ताकत से टीम की आलोचकों की प्रवृत्ति पर अफसोस जताया. रोहित ने वेन्यू, विरोधियों या परिस्थितियों के बारे में सोचे बिना टेस्ट सीरीज जीतने के महत्व पर जोर दिया. भारत के इंग्लैंड को हराकर घरेलू मैदान पर लगातार 17वीं सीरीज जीतने के बाद भारतीय कप्तान ने यह राय रखी. रोहित ने मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘‘घर में और विदेश में, आप दोनों के बीच अंतर कर सकते हैं लेकिन अगर आप घर में जीतते हैं तो इसके बारे में ज्यादा बात नहीं की जाती है. यह ऐसा है जैसे ‘अरे नहीं, भारत को घर पर जीतना ही चाहिए.’’
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उन्होंने कहा, ‘‘हर सीरीज जीतना महतवपूर्ण होता है, चाहे आप किसी भी टीम के खिलाफ खेलें, जब भी आप खेलें, टेस्ट सीरीज जीतना, टेस्ट सीरीज जीतना ही होता है, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप किस देश या किन परिस्थितियों में खेल रहे हैं.’’ भारत ने यहां चौथे टेस्ट के चौथे दिन इंग्लैंड को पांच विकेट से हराकर पांच मैचों की सीरीज में 3-1 की अजेय बढ़त बना ली. घरेलू सरजमीं पर एक और सीरीज जीतने के बाद रोहित इस बात को लेकर आश्वस्त नहीं थे कि शानदार प्रदर्शन के बाद वनडे विश्व कप फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के हाथों दिल तोड़ने वाली हार की भरपाई हो जाएगी.
'विश्वकप से नहीं हो सकती इस सीरीज की तुलना'
उन्होंने कहा, ‘‘यह कठिन है. पांच मैचों की सीरीज खेलना आसान नहीं है. यही तो टेस्ट क्रिकेट है. आप अपना रास्ता ढूंढते हैं, लड़ते रहिए, आप चाहे किसी भी प्रतिस्पर्धा का सामना करें, बल्ले से या गेंद से, आपको पांच से सात सप्ताह की अवधि में लगातार ऐसा करना होगा.’’ रोहित ने कहा, ‘‘तो यह काफी अच्छा है. लेकिन फिर मैं विश्व कप और इस सीरीज की जीत की तुलना नहीं करना चाहता क्योंकि दोनों अलग-अलग प्रारूप हैं. लेकिन मैं इस परिणाम से काफी खुश हूं.’’ सीरीज जीतने के बाद भारत तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह का ब्रेक बढ़ सकता है. रोहित ने अपने मुख्य तेज गेंदबाज के बारे में कहा, ‘‘मुझे कोई जानकारी नहीं है. हमने बैठकर चर्चा नहीं की है.’’ बुमराह को कार्यभार मैनेज करने के तहत चौथे टेस्ट से आराम दिया गया था. रोहित ने धैर्य और जज्बा दिखाने के लिए यशस्वी जायसवाल, ध्रुव जुरेल, सरफराज खान और आकाश दीप जैसे युवाओं की प्रशंसा की.
युवा खिलाड़ियों की रोहित ने की जमकर तारीफ
भारतीय कप्तान ने कहा, ‘‘ये लोग आए हैं और उन्होंने अपना काम बखूबी किया है. उन्होंने जिम्मेदारी बखूबी निभाई है और मेरा मतलब है कि अनुभवहीन खिलाड़ियों के साथ इस तरह के प्रदर्शन से आप काफी गर्व महसूस कर सकते हैं.’’ चौथे दिन के चुनौतीपूर्ण विकेट पर 192 रन का पीछा करते हुए रोहित के 55 रन पर आउट होने के बाद गिल और जुरेल ने 72 रन की अटूट साझेदारी के साथ भारत को लक्ष्य तक पहुंचाया. रोहित ने कहा, ‘‘आप कुछ भी कहें, टेस्ट क्रिकेट में अलग-अलग तरह की चुनौतियां, अलग-अलग तरह के दबाव होते हैं, लेकिन इनमें से कुछ युवा खिलाड़ी पूरी सीरीज में जिस तरह से दबाव से निपटे हैं, वह शानदार रहा है.’’
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