डीएनए हिंदी: इसमें कोई शक नहीं है कि भारत ने नागपुर (Nagpur Test) में ऑस्ट्रेलिया को हर विभाग में हराया. पहली पारी में 177 रन पर ढेर होने वाली कंगारू टीम दूसरी पारी में सिर्फ 91 रन पर सिमट गई. भारत के लिए रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) ने मैच में सबसे अधिक 8 विकेट लिए तो रविंद्र जडेजा (Ravindra Jadeja) ने 7 विकेट चटकाए. दुनियाभर में जडेजा की वाहवाही हो रही है. उन्होंने सिर्फ गेंद के कमाल नहीं किया बल्कि बल्ले से भी गदर मचाया और 70 रन की पारी खेली. लेकिन दूसरी पारी में जब ऑस्ट्रेलिया बल्लेबाजी करने आए तो भारत के दोनों दिग्गज खिलाड़ी एक ही छोर से गेंदबाजी के लिए डट गए.
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दरअसल नागपुर की जिस पिच का पहले टेस्ट मुकाबले के लिए इस्तेमाल किया जा रहा था उसके एक एंड से स्पिनर्स को ज्यादा मदद मिल रही थी. उसी छोर से रवींद्र जडेजा ने पहली पारी में गेंदबाजी की थी. ऑस्ट्रेलिया के टॉड मर्फी ने भी उसी छोर से गेंदबाजी करते हुए 7 विकेट चटकाए थे. ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 177 रन बनाए और जवाब में भारत ने 400 रन बनाकर 223 रन की बढ़त हासिल कर ली. दूसरी पारी में जब ऑस्ट्रेलिया बल्लेबाजी के लिए उतरी तो रवींद्र जडेजा और रवि अश्विन उसी छोर पर जाकर खड़े हो गए.
रोहित शर्मा ने कहा कि इसमें कोई शक नहीं है कि एक छोर से स्पिनर्स को ज्यादा मदद मिल रही थी. इसलिए जब दूसरी पारी शुरू हुई तो तीनों (अक्षर, अश्विन और जडेजा) एक छोर पर जाकर खड़े हो गए और कहने लगे कि मुझे ये माइलस्टोन के लिए विकेट चाहिए, वो माइलस्टोन के लिए विकेट चाहिए. हर दिन माइलस्टोन हो रहे हैं उनके. मैं इतना देखता नहीं हूं, ये लोग आकर बोलते हैं कि ये माइलस्टोन के पास हूं मुझे बॉल दे यार. वनडे में 25 ओवर हुए होंगे टोटल और सिराज ने 10 ओवर डाल दिए, क्योंकि उसे 5 विकेट चाहिए था.
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