डीएनए हिंदी: चेन्नई सुपर किंग्स ने 15 रनों से गुजरात टाइटंस (CSK Vs GT Qualifier 1) को हराकर आईपीएल 2023 के फाइनल में जगह बनाने वाली पहली टीम बन गई है. इस मैच में धोनी की कप्तानी की काफी तारीफ हो रही है. हालांकि मैच के दौरान एक बार फिर धोनी का बहुत कम नजर आने वाला रूप दिखा. मैदान पर शांत व्यवहार के लिए चर्चित माही अंपायरों से कुछ लंबी चर्चा और बहस करते दिखे. इस दौरान सीसएके के कई और खिलाड़ी भी मौजूद थे.
छोटे लक्ष्य को डिफेंड करने में सफल रही चेन्नई सुपर किंग्स
चेन्नई सुपर किंग्स ने 172 रन का स्कोर बचाना मुश्किल था लेकिन धोनी के सही फैसलों और खिलाड़ियों के योगदान के दम पर सीएसके ऐसा करने में सफल रही. दरअसल 16वें ओवर के दौरान धोनी की अंपायरों से लगभग 4 मिनट तक बहस चली थी. इस बीच कुछ विदेशी खिलाड़ी कैप्टन कूल की खेल भावना पर सवाल भी उठा रहे हैं कि उन्होंने जान-बूझकर खेल में देरी कराई.
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यह है पूरा मामला
16वें ओवर में धोनी मथीथ पथिराना से बॉलिंग करवाना चाहते थे क्योंकि उनके तीन ओवर बचे हुए थे. वह पिछले नौ मिनट से फील्ड से बाहर थे और ऐसे में नियम के मुताबिक कोई खिलाड़ी जितनी देर तक फील्ड से बाहर रहता है उतना समय मैदान पर बिताने के बाद ही बल्लेबाजी या बॉलिंग कर सकता है. ऐसे में दोनों फील्ड अंपायर क्रिस गैफनी और अनिल चौधरी ने पथिराना को सीधे गेंदबाजी करने की अनुमति नहीं दी थी. इसको लेकर ही धोनी की अंपायरों से बातचीत चली थी. इसी वजह से 4 मिनट तक खेल रुका रहा और फिर पथिराना ने बॉलिंग की. हालांकि इस पर अंपायरों या विपक्षी टीम के कप्तान ने आपत्ति नहीं जताई. अब इसी को आधार बनाकर कुछ आलोचक धोनी पर बेईमानी तक का आरोप लगा रहे हैं.
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