BCCI Issued Ultimatum: ईशान किशन के लिए आया BCCI का नया फरमान, झारखंड के लिए खेलने होंगे रणजी के मैच

Written By विवेक कुमार सिंह | Updated: Feb 13, 2024, 09:54 AM IST

Ishan Kishan and Ajit Agarkar

BCCI ने अपने खिलाड़ियों के लिए बड़ा फैसला लिया है और कहा है कि वे इंटरनेशनल क्रिकेट और IPL की तैयारी करने के लिए रणजी ट्ऱॉफी को नहीं छोड़ सकते हैं.

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने सोमवार की शाम को एक बड़ा फैसला लिया. BCCI ने उन खिलाड़ियों को रणजी ट्रॉफी के अगले राउंड के मैच खेलने की हिदायत दी है जो टीम इंडिया से बाहर हैं और फिट होने के बावजूद अपने राज्य की टीम के लिए रणजी ट्रॉफी नहीं खेल रहे हैं. ये खिलाड़ी टीम में वापसी और इंडियन प्रीमियर लीग की तैयारी करने के लिए अलग अलग जगहों पर अभ्यास कर रहे हैं. जिसके लेकर बीसीसीआई ने खिलाड़ियों के बीच अनुशासन बनाए रखने के लिए फरमान सुना दिया और राज्य की टीमों में उनकी भागीदारी अनिवार्य कर दी है.

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इसका मतलब यह है कि ईशान किशन को अब 16 फरवरी से शुरू होने वाले रणजी ट्रॉफी के दूसरे लेग में झारखंड का प्रतिनिधित्व करना होगा. खिलाड़ियों को सोमवार को ईमेल के माध्यम से बताया गया जो हाल में टीम इंडिया का हिस्सा नहीं हैं या बेंगलुरु में राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी में रिहैब से गुजर रहे हैं. बीसीसीआई की ओर से जारी निर्देश में साफ साफ कहा गया है कि खिलाड़ियों को 16 फरवरी से शुरू होने वाले रणजी ट्रॉफी मैचों के आगामी दौर के लिए अपनी अपनी राज्य की टीमों में शामिल होना आवश्यक है.

ईशान को खेलना होगा रणजी ट्रॉफी

आपको बता दें कि टीम इंडिया से बाहर होने के बाद ईशान किशन ने आईपीएल की तैयारियों के लिए घरेली क्रिकेट खेलना छोड़ दिया. वह इस समय पांड्या ब्रदर्स के साथ बड़ौदा में प्रैक्टिस कर रहे हैं. बीसीसीआई के फरमान के बाद उन्हेंन अब 16 फरवरी से झारखंड के लिए राजस्थान के खिलाफ मुकाबला खेलना होगा. यह मुकाबला जमशेदपुर में खेला जाएगा. सिर्फ ईशान ही नहीं बल्कि दीपक चाहर, क्रुणाल पंड्या जैसे अन्य खिलाड़िओं को भी अपनी रणजी टीम का प्रतिनिधित्व करना होगा. 

अय्यर के लिए भी BCCI का निर्देश

बीसीसीआई का यह निर्देश श्रेयस अय्यर पर भी लागू होता है, जिन्हें हाल ही में खराब फॉर्म की वजह से टीम इंडिया से बाहर का रास्ता दिखाया गया है. अय्यर पिछले दो साल से रेड बॉल क्रिकेट में जूझ रहे हैं और रनों के लिए तरस रहे हैं. पिछले 6 मैचों में वह एक अर्धशतक तक नहीं बना पाए हैं. बीसीसीआई के एक अधिकारी ने बताया, "खिलाड़ी सिर्फ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट या आईपीएल को प्राथमिकता नहीं दे सकते. उन्हें खुद को घरेलू क्रिकेट के लिए उपलब्ध रखना होगा और अपनी संबंधित राज्य टीमों के प्रति अपनी प्रतिबद्धताओं का सम्मान करना होगा."

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