'यूपी वाले लात मार के बाहर कर देते थे' सनसनी बनने से पहले शमी ने खाई कई ठोकरें, पढ़ें उनकी इमोशनल कहानी

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Nov 22, 2023, 12:01 PM IST

mohammad shami did not get chance to play for up clubs than moved to kolkata selected for indian cricket team

उत्तर प्रदेश के अमरोहा जिले के रहने वाले मोहम्मद शमी ने घरेलू क्रिकेट कभी यूपी के लिए नहीं खेला, जानें क्या है वजह और क्यों जाना पड़ा कोलकाता.

डीएनए हिंदी: आईसीसी क्रिकेट वर्ल्डकप 2023 में अपनी गेंदबाजी से सनसनी मचाने वाले मोहम्मद शमी इस समय काफी चर्चा में हैं. शमी का भले ही यह तीसरा वर्ल्डकप रहा हो लेकिन इस बार जो उन्होंने किया वह आज तक कोई गेंदबाज वर्ल्डकप में नहीं कर पाया था. मोहम्मद शमी ने सिर्फ 7 मैच खेलकर 24 विकेट हासिल कर लिए. इस दौरान उन्होंने एक बार 4 विकेट हॉल और 3 बार पांच विकेट हाल पूरा किया. न्यूजीलैंड के खिलाफ 7 विकेट चटकाने वाले शमी को आईसीसी वर्ल्डकप में बेस्ट वॉलिंग स्पेल का खिताब भी दिया गया. आज अपने खेल से दुनिया में छाने वाल शमी को शुरुआत में काफी ठोकरे खानी पड़ी थी. यहां तक की उन्हें अपने क्लब के खिलाना तक नहीं चाहता था. 

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आज शमी ने देश के हर युवा गेंदबाज के आइडल बन गए हैं. शमी ने एक इंटरव्यू में बताया कि कैसे यूपी के क्लब्स ने उनके साथ खिलवाड़ किया. शमी ने एक इंटरव्यू में बताया, "जब मैंने दो साल लगातार यूपी के लिए ट्रायल दिया, तो सब ठीक रहता था और अच्छा होता था लेकिन मुझे सेलेक्ट नहीं किया जाता था. ट्रायल के फाइनल राउंड से यूपी वाले लात मार कर बाहर कर देते थे. मेरे एक बड़े भईया हैं, उन्होंने जाके चीफ सेलेक्टर से बात की फिर लेकिन उन्हें जो जवाब मिला, उसकी कोई उम्मीद नहीं थी. उनको कहा गया कि अगर मेरी कुर्सी पलट सकते हो तो सेलेक्ट हो जाएगा. भईया ने कहा कि पलट को मैं बहुत कुछ सकता हूं लेकिन वो सब करने नहीं आया, अगर लकड़े में दम है तो लेना. सेलेक्टर ने उनसे कहा कि दम वालों का यहां कोई काम नहीं है." 

क्यों UP से कभी नहीं खेले शमी?

शमी ने आगे कहा, "भईया ने वहीं फॉर्म फाड़ा और चले आए." फिर शमी ने जिद्द कर लिया कि उन्हें कभी भी यूपी के लिए नहीं खेलना है. उसके बाद वह त्रिपूरा में एक क्लब में गए, वहां भी उन्हें रणजी टीम की टीम में जगह नहीं मिली. इसके बाद वह भारतीय पूर्व क्रिकेटर अरूण लाल की अकेडमी में गए, जहां उन्होंने सिमेंट की पिच पर 8-9 गेंद डाली. इस दौरान उन्होंने दो तीन बार बल्लेबाज को आउट किया. उसके बाद उन्होंने बोला कि आप क्लब के लिए खेल सकते हो लेकिन हम पेय नहीं करेंगे. उस सीजन उन्होंने 9 मैच में 45 विकेट लेकर कमाल कर दिया. 

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सीजन के बाद मैनेजर ने शमी को आकर 25 हजार रुपए दिए, जिसे शमी ने अपना मां को दे दिया. हालांकि बाद में शमी के पास  पैसे आ गए और उसे शमी ने अपनी जरूरत की चीजे ली. इसके बाद शमी ने पीछे मुड़कर नहीं देखा. जब मेरा सेलेक्शन हुआ था तो मुझे कुछ पता ही नहीं था. उस दिन क्लब का मैच था. शमी ने कहा, "ये मीडिया वाले क्यों आ रहे हैं तो एक दोस्त ने बताया कि तेरे लिए आए हैं तेरा सेलेक्शन हुआ है. शमी ने वनडे क्रिकेट में कई ऐसे रिकॉर्ड बनाए हैं, जिसकी बराबरी करना भी दूसरे गेंदबाज के लिए सपना जैसा है. आज शमी की तरह हर युवा गेंदबाज बनाना चाहता है. शमी ने 101 वनडे में 195 विकेट हासिल किए हैं. उन्होंने 5 बार फाइव विकेट हॉल भी लिया है. 

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