डीएनए हिंदी: भारतीय क्रिकेट टीम (Indian Cricket Team) के पूर्व और सबसे सफल कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (Mahendra Singh Dhoni) ने वर्ल्डकप (ICC Cricket World Cup) 2019 में अपना आखिरी मुकाबला खेला था. न्यूजीलैंड के खिलाफ मिली हार के बाद धोनी के साथ पूरे हिंदुस्तानी क्रिकेट फैंस की आंखों में आंसू थे. उसके बाद से धोनी ने कभी भी अतंरराष्ट्रीय पिच पर कदम नहीं रखा. हालांकि वह आईपीएल में खेल रहे हैं और इस सीजन के बाद वह इंडियन प्रीमियर लीग (Indian Premier League) को भी अलविदा कह देंगे. धोनी (MS Dhoni) ने भारतीय क्रिकेट को कई ऐसी यादें दी हैं जिसने भूलना आसान नहीं है. उनकी 183 रन की नाबाद पारी हो या 2007 टी20 वर्ल्ड कप में भारत को चैंपियन बनाना.
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2011 वर्ल्डकप का खिताब दिलाना हो या साल 2013 में इंग्लैंड के घर में उन्हीं को हराकर चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीतना. धोनी के फौसलों को समझना हर किसी से बस की बात नहीं थी और उनकी बल्लेबाजी स्टाइल भी कुछ ऐसी थी. कब, कहां और किस पिच पर कैसे खेलना है, ऐसा लगता था जैसे मैच से पहले उन्होंने उस पिच को ही पढ़ लिया हो. उनके हैलिकॉप्टर शॉट की दुनिया आज भी दीवानी है. उस शॉट में धोनी अपनी पूरी ताकत लगा देते थे और जमीन स खोदकर गेंद को बाउंड्री के बाहर भेजने की कला सिर्फ धोनी में देखी गई है. ऐसे शॉट को किसी भी गेंदबाज के लिए अपने फॉलोथ्रू में रोकना या पकड़ना हैरान कर सकता है.
धोनी एक ऐसे ही शॉट को ऑस्ट्रेलिया के ऑलराउंडर मार्कस स्टोयनिस ने न सिर्फ रोका था बल्कि कैच पकड़ धोनी को पवेलियन की राह दिखाई थी. 2019 वर्ल्ड कप के दौरान भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले गए इस मुकाबले में धोनी ने 14 गेंदों में 27 रन की पारी खेली. भारत ने शिखर धवन के शतक और रोहित-कोहली के अर्धशतक की बदौलत 50 ओवर में 5 विकेट खोकर 352 रन बनाए. 353 रन के जवाब में ऑस्ट्रेलियाई टीम 316 पर ही सिमट गई थी.
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