Murali Sreeshankar: पेरिस ओलंपिक से पहले ही टूटा मेडल का सपना, चोट के कारण नहीं खेलेगा ये दिग्गज खिलाड़ी

Written By कुणाल किशोर | Updated: Apr 18, 2024, 10:53 PM IST

नीरज चोपड़ा के साथ मुरली श्रीशंकर

26 जुलाई से 11 अगस्त के बीच पेरिस में होने वाले ओलंपिक गेम्स से पहले भारत को बहुत बड़ा झटका लगा है. मेडल का दावेदार एथलीट चोट के कारण बाहर हो गया है.

पेरिस ओलंपिक 2024 शुरू होने में महज तीन महीने रह गए हैं. दुनियाभर के एथलीट मेडल जीतने के लिए अपनी तैयारियों को अंतिम रूप देने में लगे हैं. इस बीच भारत के लिए बहुत बुरी खबर आ रही है. दिग्गज लॉन्ग जम्पर (लंबी कूद के खिलाड़ी) मुरली श्रीशंकर चोट के कारण पेरिस ओलंपिक से बाहर हो गए हैं. श्रीशंकर आगामी ओलंपिक में पदक के बड़े दावेदार माने जा रहे थे, लेकिन घुटने की चोट के कारण उनका सपना टूट गया है. उन्होंने एशियन गेम्स और कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत को सिल्वर दिलाया था.

श्रीशंकर ने 2023 एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप में 8.37 मीटर के प्रयास से सिल्वर जीतते हुए पेरिस ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया था. इस 25 वर्षीय खिलाड़ी को शंघाई/सुझोउ और दोहा में क्रमश: 27 अप्रैल और 10 मई को लगातार दो डाइमंड लीग प्रतियोगिता के साथ अपने सत्र की शुरुआत करनी थी लेकिन मंगलवार को ट्रेनिंग के दौरान उन्हें चोट लग गई. जिस वजह से श्रीकर अब पेरिस ओलंपिक में भाग नहीं ले पाएंगे. उन्हें अपने घुटने की सर्जरी करानी पड़ेगी. 

श्रीकर ने एक्स पर लिखा, "दुर्भाग्य से, यह बुरे सपने की तरह लगता है... लेकिन यह हकीकत है. मेरा पेरिस ओलंपिक का सपना टूट गया है. मंगलवार को ट्रेनिंग के दौरान मेरे घुटने में चोट लग गई. परीक्षण और परामर्श के बाद यह फैसला किया गया कि मुझे सर्जरी कराने की जरूरत होगी. इसके चलते मैं उस चीज से दूर हो गया, जिसका मैं इतने वर्षों से लगातार पीछा कर रहा था. हर दिन जागना और खुद को फिट महसूस करना हर एथलीट का सपना होता है. इस घटना से पहले तक मैं इसे जी रहा था."

उन्होंने आगे लिखा, "जिंदगी अजी स्क्रिप्ट लिखती है और कभी-कभी इसे स्वीकार करने और आगे बढ़ने में साहस होता है. मैं यही करूंगा. मेरी वापसी की यात्रा उस क्षण शुरू हुई, जब मेरे घुटने में चोट लगी. यह रास्ता लंबा और मुश्किल होने वाला है और मुझसे बहुत कुछ छीन लेगा."

डीएनए हिंदी का मोबाइल एप्लिकेशन Google Play Store से डाउनलोड करें.

देश-दुनिया की Latest News, ख़बरों के पीछे का सच, जानकारी और अलग नज़रिया. अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटरइंस्टाग्राम और वॉट्सऐप पर.