Neeraj Chopra: 9 साल बाद ऐसा कारनामा करने वाले दुनिया के पहले जैवलिन थ्रोअर बन सकते हैं नीरज चोपड़ा

Written By विवेक कुमार सिंह | Updated: Jul 22, 2022, 05:46 PM IST

इतिहास रचने के करीब नीरज चोपड़ा

 शुक्रवार को सुबह जब भारतीय खेल प्रेमी उठे, तो उन्हें अमेरिका से खुशखबरी मिली. World Athletics Championship के क्वालीफाइंग राउंड में Neeraj Chopra ने शानदार थ्रो कर फाइनल में जगह बना ली है. चोपड़ा के साथ एक अन्य जैवलीन थ्रोअर रोहित यादव ने भी फाइनल का टिकट हासिल किया है. सबसे अहम बात ये रही कि चोपड़ा ने अपने पहले ही थ्रो में फाइनल का टिकट हासिल कर लिया.

डीएनए हिंदी: शुक्रवार को सुबह जब भारतीय खेल प्रेमी उठे, तो उन्हें अमेरिका से खुशखबरी मिली. World Athletics Championship के क्वालीफाइंग राउंड में Neeraj Chopra ने शानदार थ्रो कर फाइनल में जगह बना ली है. चोपड़ा के साथ एक अन्य जैवलीन थ्रोअर रोहित यादव ने भी फाइनल का टिकट हासिल किया है. सबसे अहम बात ये रही कि चोपड़ा ने अपने पहले ही थ्रो में फाइनल का टिकट हासिल कर लिया.

Tokyo Olympic चैंपियन अगर यहां पदक जीतते हैं, तो वो 2009 के बाद से ओलंपिक और वर्ल्ड एथलेटिक्स में पदक जीतने वाले दुनिया के पहले जैवलिन थ्रोअर बन जाएंगे. इससे पहले 2009 में नॉर्वे के एंड्रियास थोरकिल्डसन ने एक ही समय में ओलंपिक और विश्व चैंपियनशिप का खिताब जीता था. उसके बाद नीरज चोपड़ा के पास दुनिया के पहले पुरुष जैवलिन थ्रोअर बनने का शानदार मौका है. थोरकिल्डसन से पहले, चेक गणराज्य के दिगग्ज थ्रोअर जान ज़ेलेज़नी ने एक साथ दोनों खिताब जीता था.

क्वालीफाइंग में क्यों पूरी ताकत नहीं लगाते चोपड़ा

टोक्यो ओलंपिक के फाइनल के क्वालीफायर की तरह चोपड़ा गुरुवार को किसी परेशानी में नहीं दिखे. टोक्यो में उन्होंने फाइनल में जगह बनाने के लिए 86.65 मीटर का थ्रो किया था. शुक्रवार की सुबह उनका 88 से अधिक का थ्रो उनके 89.94 मीटर के राष्ट्रीय रिकॉर्ड से डेढ़ मीटर कम था. लेकिन क्वालीफाइंग में चोपड़ा पूरी ताकत नहीं लगाते हैं. सभी महा ये सभी जानते हैं. हालांकि बाद में उन्होंने कहा कि वह पहले प्रयास में ही बड़े थ्रो के साथ फाइनल का टिकट हासिल करना चाहते हैं.

Neeraj Chopra ने फिर जगाई मेडल की उम्मीद, World Athletics Championship के फाइनल में पहुंचे

आपको बता दें कि इससे पहले चोपड़ा ने साल 2021 में हुए Tokyo 2020 ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रचा था. वो एथलेटिक्स में पदक जीतने वाले पहले भारतीय थे. ओलंपिक के बाद चोपड़ा टर्की चले गए, जहां वो अपने कोच के साथ वजन को कम करने पर काम कर रहे थे.

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर