डीएनए हिंदी: कभी कपिलदेव पर मैच फिक्सिंग का आरोप लगाने वाले मनोज प्रभाकर (Manoj Prabhakar) अब नेपाल की टीम के राष्ट्रीय कोच बने हैं. प्रभाकर का पूरा करियर विवादित रहा है. वह पहले दिल्ली और राजस्थान की टीम के कोच रह चुके हैं. अफगानिस्तान की टीम को कोचिंग देने का भी उन्हें अनुभव है. इस ऑलराउंडर ने 1999 में वर्ल्ड कप विजेता टीम के कप्तान कपिलदेव पर मैच फिक्सिंग में शामिल होने का आरोप लगाया था. बाद में बीसीसीआई (BCCI) ने उन्हें ही फिक्सिंग का दोषी मानते हुए उन पर बैन लगाया था.
Manoj Prabhakar Match Fixing Scandal
मनोज प्रभाकर ने 1999 में कपिलदेव पर मैच फिक्सिंग में शामिल होने का आरोप लगाकर तहलका मचा दिया था. बाद में बीसीसीआई ने अपनी जांच में उन्हें दोषी करार देते हुए उन पर बैन लगाया था. 59 साल के प्रभाकर ने भारत की तरफ से 1984 से लेकर 1996 तक 39 टेस्ट और 130 वनडे मैच खेले हैं.
प्रभाकर का पूरा करियर ही विवादित रहा है. 1994 में उनकी धीमी बल्लेबाजी की वजह से भारत ने 4 रनों से मैच गंवा दिया था. उस वक्त उन पर टीम के बजाय निजी रिकॉर्ड के लिए खेलने का आरोप लगा था.
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Manoj Prabhakar के नाम रहे हैं कई विवाद
मैच फिक्सिंग स्कैंडल ही नहीं मनोज प्रभाकर के नाम कई विवाद रहे हैं. अजहरुद्दीन और कपिलदेव से झगड़े को लेकर भी एक वक्त में वह चर्चा में रहे थे. इसके अलावा, बतौर कोच भी उनका कार्यकाल विवादित रहा है. दिल्ली के कोच रहते हुए उन्होंने खिलाड़ियों और चयनकर्ताओं पर जमकर भड़ास निकाली थी. इस विवाद के बाद उनकी कोच पद से छुट्टी कर दी गई थी.
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Nepal Cricket Team के कोच बनने पर बोले, बड़ी जिम्मेदारी
मनोज प्रभाकर ने नेपाल क्रिकेट टीम का कोच बनने पर कहा कि यह उनके लिए बड़ी जिम्मेदारी है. उन्होंने कहा, 'नेपाल में क्रिकेट के प्रति रुचि है. देश के खिलाड़ियों में क्रिकेट की प्रतिभा और कौशल स्तर को देखते हुए मैं काफी उत्सुक हूं. नेपाल क्रिकेट टीम को एक मजबूत टीम बनाने के लिए काम करना चाहता हूं.'
विवादों से अलग अफगानिस्तान क्रिकेट टीम के बॉलिंग कोच के तौर पर उनकी भूमिका को क्रिकेट एक्सपर्ट ने सराहा भी है. अफगानिस्तान के गेंदबाजों को उन्होंने अच्छी ट्रेनिंग दी थी.
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