मजहब नहीं देश के लिए मेडल जीतना है मकसद, निखत जरीन ने क्यों कहा, जानिए

डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated:Dec 21, 2022, 08:35 AM IST

वर्ल्ड चैंपियन निखत जरीन. 

निखत जरीन वैश्विक मंचों पर भारत की शान बढ़ा रही हैं. कॉमनवेल्थ गेम्स से लेकर विश्व चैंपियनशिप तक, उन्होंने हर जगह अपना दम दिखाया है.

डीएनए हिंदी: वर्ल्ड चैंपियन निखत जरीन (Nikhat Zareen)  दुनियाभर में भारत का नाम रोशन कर रही हैं. दुनिया ने उनके मुक्के का दम देखा है. वर्ल्ड चैंपियनशिप और कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड दिलाने वाली निखत जरीन का कहना है कि स्पोर्ट्स का कोई धर्म नहीं होता है. स्पोर्ट्समैनशिप किसी मजहब की मोहताज नहीं है. उनका ध्यान सिर्फ देश के लिए मेडल जीतना होता है. 

एक अखबार को दिए गए इंटरव्यू में निखत जरीन ने कहा, 'मेरे लिए खेल में धर्म मायने नहीं रखता है. हम देश का प्रतिनिधित्व करते हैं, देश के लिए मेडल जीतना ही हमारा मकसद होता है.'

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ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतना है सपना

निखत जरीन ने कहा है कि उनका सपना ओंलपिक में गोल्ड मेडल जीतना है. वह हर प्रतियोगिता जीतना चाहती हैं. वह नेशनल से लेकर इंटरनेशल मुकाबले में अपनी तैयारी एक सी ही रखती हैं. निखत जरीन उन खिलाड़ियों में से हैं जिनका ध्यान राजनीति पर नहीं सिर्फ खेल पर होता है.  

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राष्ट्रीय मुक्केबाजी में कायम है निखत का दबदबा

निखत जरीन ने छठवीं एलीट महिला राष्ट्रीय मुक्केबाजी चैंपियनशिप में अपने अभियान की शुरुआत दबदबे वाली जीत के साथ की. तेलंगाना की निखत ने राउंड ऑफ 32 के मुकाबले में तमिलनाडु की एलके अबिनाया के खिलाफ आसान जीत दर्ज की. राष्ट्रमंडल खेलों की चैंपियन के दमदार मुक्कों का अबिनाया के पास कोई जवाब नहीं था और रैफरी को पहले दौर में ही मुकाबला रोकना पड़ा. निखत जरीन गुरुवार को प्री क्वार्टर फाइनल में मेघालय की इवा मार्बानियांग से भिड़ेंगी. 

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Nikhat Zareen the world boxing champion