डीएनए हिंदी: न्यूजीलैंड बनाम इंग्लैंड टेस्ट टेस्ट सीरीज (NZ Vs Eng Test) शुरू होने से पहले ही विवादों में आ गया है. काइल जैमिसन की चोट ठीक नहीं होने की वजह से स्कॉट कुगलेजॉन को मौका मिला है. स्कॉट पर साल 2015 में एक महिला ने रेप का आरोप लगाया था. हालांकि बाद में उन्हें सभी आरोपों से बरी कर दिया गया था. हालांकि इसके बाद भी साल 2019 में उन्हें न्यूजीलैंड में ही दर्शकों ने हूट किया था. इस विवादित खिलाड़ी को टीम में लेने का कोच गैरी स्टीड ने इस फैसले का बचाव किया है.
न्यूजीलैंड के कोच ने किया फैसले का बचाव
न्यूजीलैंड के कोच ने इस विवादित खिलाड़ी को टीम में शामिल करने के फैसले का बचाव किया है. गैरी स्टीड ने कहा कि स्कॉट की गेंदबाजी में विविधता है और जब हमारे दो प्रमुख गेंदबाज सीरीज (NZ Vs Eng Test) के लिए उपलब्ध नहीं हैं तो वही हमारे पास सर्वश्रेष्ठ विकल्प है. ट्रेंट बोल्ट अब सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट का हिस्सा नहीं हैं और इसलिए प्राथमिकता करार से जुड़े खिलाड़ियों की दी जाएगी. अंतर्राष्ट्रीय मीडिया में भी रेप आरोपी खिलाड़ी को शामिल किए जाने की आलोचना हो रही है.
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2017 में महिला ने लगाया था मी टू का आरोप
न्यूजीलैंड के युवा तेज गेंदबाज स्कॉट कुगलेजॉन पर 2017 में एक महिला ने रेप का आरोप लगाया था. भारत बनाम न्यूजीलैंड सीरीज के दौरान महिला पोस्टर लेकर स्टेडियम में आई थी जिस पर वेकअप न्यूजीलैंड क्रिकेट मीटू लिखा था. महिला ने युवा बॉलर पर रेप, जबरन संबंध बनाने और बल प्रयोग जैसे गंभीर आरोप लगाए थे. हालांकि बाद में कोर्ट में स्कॉट अपना पक्ष रखने में सफल रहे और उन्हें सभी आरोपों से मुक्त कर दिया गया.
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