पेरिस ओलंपिक 2024 में भारतीय बॉक्सर लवलीना बोरगोहेन का सफर थम गया है. टोक्यो ओलंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाली लवलीना क्वार्टर फाइनल में हार गई हैं. विमेंस 75 किग्रा भार वर्ग के क्वार्टर फाइनल मुकाबले में लवलीना को चीन की ली कियान ने 4-1 से हराकर सेमीफाइनल में जगह बना ली है. लवलीना की हार के साथ पेरिस ओलंपिक में बॉक्सिंग में भारत की चुनौती समाप्त हो गया है.
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लवलीना ने क्वार्टर फाइनल में चीनी खिलाड़ी को कड़ी टक्कर दी, लेकिन इतिहास रचने से चूक गईं. ली कियान ने पहला राउंड स्प्लिट डिसीजन से 3-2 से जीता. इसके बाद उन्होंने दूसरा राउंड भी 3-2 से अपने नाम किया. अंतिम राउंड से पहले पांच में से चार जजों के अंक टाई होने की वजह से लवलीना को शानदार मौका मिला, लेकिन आखिरी 3 मिटन में चीनी बॉक्सर ने जबरदस्त वापसी की और 4-1 से मुकाबला जीत लिया.
लवलीना ओलंपिक मेडल जीतने वाली तीसरी भारतीय बॉक्सर हैं. उनसे पहले विजेंदर सिंह और मैरी कॉम ने ओलंपिक में भारत का परचम लहराया था. विजेंदर ने 2008 में बीजिंग ओलंपिक में ब्रॉन्ज जीता था. मैरी कॉम ने 2012 लंदन ओलंपिक में फ्लाईवेट इवेंट में ब्रॉन्ज मेडल बर कब्जा जमाया था. लवलीना ने टोक्यो ओलंपिक में इतिहास रचते हुए सेमीफाइनल में जगह बनाई और मेडल पक्का कर लिया था. सेमीफाइनल में वह हार गई थीं, लेकिन ब्रॉन्ज के साथ लौटीं. ओलंपिक गेम्स में बॉक्सिंग के सेमीफाइनल में हारने वाले दोनों खिलाड़ियों को ब्रॉन्ज मेडल दिया जाता है.
लवलीना अगर क्वार्टर फाइनल में चीन खिलाड़ी को हरा देतीं, तो उनका मेडल पक्का हो जाता. इस तरह से वह दो ओलंपिक मेडल जीतने वाली पहली भारतीय बॉक्सर बन जातीं, लेकिन ऐसा नहीं हो सका.
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