Paris Olympics 2024: पेरिस ओलंपिक में उठा हिजाब का मुद्दा, एथलीट और CNOSF के बीच हुई ये डील

Written By मोहम्मद साबिर | Updated: Jul 26, 2024, 08:47 PM IST

पेरिस ओलंपिक 2024, सौंकाम्बा सिल्ला

Paris Olympics 2024: पेरिस ओलंपिक 2024 के शुरुआत में हिजाब को लेकर एक बड़ा मुद्दा उठा है. लेकिन अब CNOSF और एथलीट के बीच समझौता हो गया है.

पेरिस ओलंपिक 2024 का आगाज 26 जुलाई से हो रहा है, जो 11 अगस्त तक खेला जाएगा. लेकिन इस ओलंपिक के शुरुआत में ही एक बड़ा विवाद खड़ा हो गया है. दरअसल, ओलंपिक 2024 में हिजाब को लेकर एक मुद्दा उठा है. पेरिस ओलंपिक में एक एथलीट को हिजाब पहनकर ओपनिंग सेरेमनी में आने की अनुमति नहीं मिली है, जिसके बाद एथलीट और फ्रेंच ओलंपिक कमेटी के बीच एक डील हुई है. 

फ्रांस की एथलीट सौंकम्बा सिल्ला को पेरिस ओलंपिक 2024 में हिजाब पहनकर ओपनिंग सेरेमनी में आने के लिए मना किया गया था. दरअसल, फ्रांस में हिजाब पर प्रतिबंध लगा हुआ है. इसी वजह से ओलंपिक 2024 में हिजाब को लेकर मुद्दा खड़ा है. लेकिन अच्छी बात ये है कि फ्रेंच ओलंपिक कमेटी और एथलीट सिल्ला के बीच समझौता हो गया है. सिल्ला ओपनिंग सेरेमनी में हिजाब की जगह कैप पहनकर हिस्सा ले सकती हैं. 

फ्रेंच ओलंपिक कमेटी ने अपने एक बयान में कहा, "फ्रेंच एथेटिक्स महासंघ, फ्रांसीसी खेल मंत्रालय और एथलीट सौंकम्बा सिल्ला के बीच इस विषय पर चर्चा हुई. इस चर्चा में सिल्ला से सेरेमनी में हिजाब की जगह टोपी पहनने के लिए कहा गया था, जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया है."

एथलीट ने समझौते को लेकर कही ये बात

एथलीट सौंकाम्बा सिल्ला ने लिखा, "हालांकि हम एक समझौते पर पहुंच गए हैं. मैं ओलंपिक ओपनिंग सेरेमनी में हिस्सा ले सकती हूं." बता दें कि फ्रांस एक ऐसा पहला यूरोपीय देश हैं, जहां साल 2004 में स्कूलों में हिजाब पर प्रतिबंध लगा था. उसके बाद फ्रांस सरकार ने 2011 में सार्वजनिक जगाहों पर चेहरा ढकने पर रोक लगा दी थी. वहीं हिजाब पहनने पर 150 यूरो ( 13.6 हजार रुपये) का जुर्माना भी लगता है. इतना ही नहीं अगर कोई किसी महिला को हिजाब पहनने के लिए कहता है, तो उसपर 30,000 यूरो (27.20 लाख रुपये) का फाइन लगेगा.


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