Sachin Tendulkar के पुराने दोस्त का छलका दर्द, बोला- मैं बेरोजगार हूं, उसे सब पता है लेकिन...

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Aug 17, 2022, 02:24 PM IST

विनोद कांबली और सचिन की दोस्ती

सचिन तेंदुलकर के बेहद पुराने दोस्त के पास इन दिनों काम नहीं है और वो बेरोजगार हैं. अपनी माली हालत को लेकर उन्होंने कुछ ऐसी बातें कही हैं, जिसे जानने के बाद आपको इस क्रिकेटर के दर्द का अंदाजा हो जाएगा.

डीएनए हिंदी: एक समय जिस खिलाड़ी को टीम इंडिया का उभरता सितारा बताया गया था और जिसे सचिन तेंदुलकर से भी अच्छा बैट्समैन बोला गया था, वही खिलाड़ी आज अपना घर चलाने के लिए काम की तलाश में भटक रहा है. इस खिलाड़ी का डेब्यू इतना शानदार था कि उसने अपने करियर के पहले सात मैचों में ही दो दोहरे शतक जड़कर 793 रन ठोके थे और उसका बैटिंग एवरेज 113 से भी ज्यादा का रहा था. 

भारत के इस पूर्व क्रिकेटर का नाम विनोद कांबली है, जिसे सचिन तेंदुलकर का खास दोस्त तो बताया ही जाता था. साथ ही उन्हें सचिन से भी बेहतर बल्लेबाज की उपाधि भी दी गई थी. टीम इंडिया में कई बार अंदर-बाहर होने के बाद भी कांबली अपनी जगह पक्की नहीं कर सके थे और यही वजह थी कि उनका करियर भी इसी के साथ डूब गया था. कांबली अब इन दिनों काम की तलाश में हैं, ताकि उनका अच्छे से गुजर बसर हो सके. 

अपने करियर में कांबली कई बार ऑफ द फील्ड विवादों में रहे और उन्होंने सचिन पर भी कई बार उनका साथ ना देने के आरोप लगाए. आज भी कांबली ने एक बार फिर घुमा फिरा के सचिन पर ही निशाना साधा है और बातों-बातों में कहा है कि सचिन को सब पता था.

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महीने के मिलते हैं सिर्फ 30 हजार रुपए

मिड डे को दिए इंटरव्यू में कांबली ने दिल खोलकर अपना दर्द बयां किया है. उन्होंने बताया है कि अभी उनके पास कोई भी इनकम सोर्स नहीं है. उनका घर सिर्फ बीसीसीआई से उन्हें मिलने वाली 30 हजार रुपए की पेंशन से चलता है. उन्होंने इसके लिए बोर्ड को धन्यवाद भी कहा है, क्योंकि इसी पैसे से वो अपना गुजर बसर कर पा रहे हैं. कांबली अपना परिवार चलाने के लिए क्रिकेट से जुड़े काम की तलाश में हैं.  

उनका कहना है कि मुझे काम चाहिए, मैं युवा खिलाड़ियों के साथ काम कर सकता हूं. मुंबई ने अमोल मजुमदार को हेड कोच नियुक्त किया हुआ है, अगर मेरी भी जरूरत है तो काम करने के लिए तैयार हूं. मैंने मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन से भी मदद मांगी थी. मैंने कई बार एमसीए से पूछा है कि अगर मेरी जरूरत है तो मैं वानखेड़े या बीकेसी कहीं भी पहुंचने के लिए तैयार हूं. मुझे अपनी पत्नी और बच्चों को भी देखना है.

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सचिन को लेकर क्या बोले

कांबली ने सचिन को लेकर खुलकर तो कुछ नहीं कहा, लेकिन उन्होंने जितना भी कहा उससे ये साफ हो गया कि उन्हें सचिन से थोड़ी ज्यादा मदद की उम्मीद थी. कांबली ने 2019 में मुंबई टी20 लीग में टीम को कोच किया था और वो तेंदुलकर मिडिलसेक्स ग्लोबल एकेडमी का हिस्सा भी थे, जहां वो युवा क्रिकेटरों को टिप्स देते थे. लेकिन बाद में उन्होंने ये काम छोड़ दिया था, क्योंकि नेरुल उनके घर से बहुत ज्यादा दूर था और इससे उनके स्वास्थ्य पर भी असर पड़ रहा था.

सचिन की बात करते हुए कांबली ने कहा, 'उसे (सचिन) सब पता है, लेकिन मैं उससे किसी भी चीज की उम्मीद नहीं कर रहा. उसने मुझे तेंदुलकर मिडिलसेक्स ग्लोबल एकेडमी में असाइनमेंट दिया था. मैं इससे बहुत खुश था. सचिन हमेशा से मेरा अच्छा दोस्त रहा. वो हमेशा मेरे लिए खड़ा रहा है.'

बता दें कि कांबली और सचिन दोनों को ही उस वक्त का उभरता सितारा कहा जाता था. लेकिन सचिन खेल के प्रति अपने सच्चे डेडिकेशन की वजह से कोसों आगे निकल गए, जब कि कांबली को कहीं ना कहीं उनका लाइफस्टाइल ले डूबा. स्कूल के दिनों से सचिन और कांबली साथ खेलते आए और दोनों ने रिकॉर्ड 664 रनों की साझेदारी की थी. जिसे क्रिकेट की दुनिया की सबसे बेहतरीन साझेदारी में से एक माना गया है.

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