डीएनए हिंदी: टीम इंडिया ने कुवैत को हराकर नौवीं बार सैफ चैंपियनशिप पर कब्जा जमाया. बेंगलुरू में मंगलवार को खेले गए फाइनल मुकाबले में भारत ने पेनल्टी शूटआउट में 5-4 से कुवैत को मात दी. दोनों टीमें 120 मिनट के खेल तक 1-1 से बराबरी पर थीं. पेनल्टी शूटआउट के पांच दौर के बाद भी स्कोर 4-4 था, जिसके बाद सडन डैथ पर फैसला हुआ. महेश नोरेम ने स्कोर किया और भारत के गोलकीपर गुरप्रीत संधू ने डाइव लगाकर खालिद हाजिया का शॉट बचाकर टीम को जीत दिलाई.
कुवैत की तरफ से निर्धारित समय के भीतर शाबाइब अल खलीदी ने 14वें मिनट में गोल करके बढ़त दिलाई थी, जबकि भारत के लिये बराबरी का गोल लालियांजुआला ने 39वें मिनट में दागा. गत चैम्पियन भारत और कुवैत ने आखिरी ग्रुप मैच भी 1-1 से ड्रॉ खेला था. भारत ने दूसरी बार पेनल्टी शूटआउट में जीत दर्ज की है. इससे पहले 1 जुलाई को सेमीफाइनल में लेबनान को भी पेनल्टी शूटआउट में 4-2 से हराया था. उस मैच में भी संधू ने शूटआउट में जबर्दस्त प्रदर्शन किया था.
टीम इंडिया की ओर से इन खिलाड़ियों ने दागे गोल
भारत के लिए कप्तान सुनील छेत्री, संदेश झिंगन, शुभाशीष बोस, छांगटे और महेश ने गोल दागे जबकि उदांता सिंह चूक गए. शूटआउट से पहले कुवैत का दबदबा था जिसने पहले हाफ में कई मौके बनाए. इसका फायदा 14वें मिनट में मिला जब मुबारक अल फानीनी ने बायें विंग से अब्दुल्ला अल ब्लूशी को पास दिया. अल ब्लूशी ने गेंद अल खालिदी को सौंपी जिसने गोल करके कुवैत को बढत दिलाई. भारत अगले ही मिनट बराबरी कर लेता लेकिन कुवैत के गोलकीपर अब्दुल रहमान ने छांगटे का शॉट बचा लिया.
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पेनल्टी शूटआउट से हुआ फैसला
इस साल एफआईएफएफ के सर्वश्रेष्ठ पुरूष खिलाड़ी चुने गए छांगटे ने हालांकि 39वें मिनट में बराबरी का गोल कर दिया. सहल अब्दुल समाद और कप्तान छेत्री के बीच पास के आदान प्रदान के बाद गेंद छांगटे तक पहुंची जिसने विरोधी गोलकीपर को छकाकर गोल दागा. दूसरे हाफ में दोनों टीमों ने भरसक कोशिश की लेकिन गोल नहीं हो सका. अतिरिक्त समय में कुछ खिलाड़ी चोटिल हुए , कुछ खिलाड़ियों और अधिकारियों को को पीले कार्ड भी मिले लेकिन निर्णायक गोल नहीं हो सका. इसके बाद पेनल्टी शूटआउट से फैसला हुआ.
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