डीएनए हिंदी: पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर के नाम दुनिया की सबसे तेज गेंद फेंकने का रिकॉर्ड है. अख्तर अपनी गेंदबाजी के साथ वह विवादों के लिए भी खूब चर्चित रहे हैं. अब उन्होंने ऐसा बयान दिया है जिसकी खासी आलोचना हो सकती है. अपनी तेज रफ्तार गेंद से बल्लेबाजों को डराने वाले अख्तर ने ऐसा ही कुछ कहा भी है. उन्होंने कहा कि वह वाकई बल्लेबाजों को चोट पहुंचाना चाहते थे.
'बल्लेबाजों को बंदरों की तरह कूदते देखना रोमांचक था'
उन्होंने एक इंटरव्यू में अपनी इस ख्वाहिश का इजहार किया है. रावलपिंडी एक्सप्रेस के नाम से मशहूर गेंदबाज ने कहा, 'उन्हें शॉर्ट में गेंद को हिट करना पसंद है. जब मैं ऐसा करता था तो बल्लेबाज उछलकर क्रीज पर आते थे.'
उन्होंने अपने बाउंसर फेंकने का राज खोलते हुए कहा कि मैंने बाउंसर फेंके क्योंकि बल्लेबाजों को बंदरों की तरह कूदते देखने में मजा आता था. मैं बल्लेबाजों को सिर पर मारना चाहता था, मेरे पास गति थी. तेज गेंदबाज होने का यह फायदा है.
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बल्लेबाजों को चोटिल करना चाहते थे शोएब
शोएब अख्तर ने कहा कि मैं चाहता था कि जब बल्लेबाज खुद को शीशे में देखे तो उसे मेरी याद आए. उन्होंने कहा कि मैं चाहता था कि बल्लेबाज का सिर फूट जाए.
शोएब अख्तर के इस बयान की खासी आलोचना हो सकती है. आम तौर पर गेंदबाज कहते हैं कि अपनी गेंद से बल्लेबाज को चोटिल करने की मंशा कभी नहीं रहती थी.
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दुनिया के सबसे तेज गेंद करने का वर्ल्ड रिकॉर्ड
अपनी घातक बाउंसर के लिए कुख्यात शोएब की गेंद 150 किमी या उससे भी अधिक तेज गति की होती थी. अख्तर की गेंदबाजी का खौफ उस समय के सबसे सफल बल्लेबाजों के बीच भी था.
अख्तर के नाम अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे तेज गेंद फेंकने का रिकॉर्ड है. उन्होंने 2003 में इंग्लैंड के खिलाफ पाकिस्तान के विश्व कप मैच में 161.3 किमी/घंटा की रफ्तार गेंद की थी.
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