उसने मुझे बनाया है: सचिन या सहवाग, पढ़ें सौरव गांगुली ने किसे बताया अपना पसंदीदा साथी

Written By डीएनए हिंदी वेब डेस्क | Updated: Nov 13, 2022, 01:01 PM IST

Sourav Ganguly

वनडे क्रिकेट इतिहास में सचिन-सौरव की साझेदारी ने कई रिकॉर्ड बनाए हैं. तो गांगुली ने सहवाग के साथ भी कई यादगार पारियां खेली हैं.

डीएनए हिंदी: अगर सवाल पूछा जाए कि भारत की सबसे बेहतरीन ओपनर्स कौन रहे हैं तो ज्यादातर भारतीय सचिन-सहवाग का नाम लेंगे लेकिन यही सवाल जह पूर्व कप्तान सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) से पूछा गया तो उन्होंने इससे अलग ही जवाब दिया.  सौरव गांगुली, सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) और वीरेंद्र सहवाग (Virender Sehwag) अपने जमाने में टीम इंडिया की रीढ़ ही हड्डी हुआ करते थे. इनकी बल्लेबाजी की चर्चा दुनियाभर में होती थी और विरोधी गेंदबाज इनके सामने गेंद फेंकने के खौफ खाते थे. तीनों का एक साथ टीम में रहने का मतलब होता था विरोधी गेंदबाजों की जमकर धुनाई. दाएं हाथ के बल्लेबाज सौरव गांगुली ने भारत के लिए कई यादगार पारियां खेली हैं और अपने दम पर कई मैच जीताए हैं. 1990 और 2000 के दशक के अंत तक गांगुली अपनी बेस्ट फॉर्म में रहे थे.

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उन्होंने पारी की शुरुआत भी की तो कई मौकों पर मध्यक्रम में भी बल्लेबाजी की. अपने करियर के दौरान गांगुली ने तेंदुलकर के साथ कई बेहतरीन शुरुआत की और बाद में सहवाग के साथ पारी की शुरुआत करने लगे. अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने के कई वर्षों के बाद गांगुली ने खुलासा किया है कि सचिन और सहवाग के बीच, उन्हें बल्लेबाजी करने में किसके साथ सबसे ज्यादा मजा आया. भारतीय टीम के पूर्व कप्तान ने बताया कि दुनिया के महानतम बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर के साथ बल्लेबाजी करने में उन्हें ज्यादा मजा आता था. सचिन और सौरव गांगुली ने ही वनडे क्रिकेट का सबसे सफल ओपनिंग साझेदारी का रिकॉर्ड बनाया.

 

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गांगुली के अनुसार सहवाग के मुकाबले सचिन के साथ ओपनिंग करने में उन्हें ज्यादा मजा आया क्योंकि "क्रिकेट के भगवान" ने उन्हें एक बेहतर खिलाड़ी बनाया. जब उनसे पूछा गया कि किसके साथ पारी की शुरुआत करने में उन्हें मजा आया, तो उन्होंने पीटीआई से कहा, 'सचिन सबसे समझदार थे और सहवाग क्रेजी थे. तो, वह सचिन हैं. उन्होंने वास्तव में मुझे एक बेहतर खिलाड़ी भी बनाया. सचिन ने वास्तव में मुझे अपना खेल बेहतर बनाने के लिए प्रेरित किया."  आपको बता दें कि सचिन तेंदूलकर और सौरव गांगुली ने ही केन्या के खिलाफ पहले विकेट के लिए 2001 में 258 रन की साझेदारी की थी. 

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