भारतीय कप्तान सुनील छेत्री फुटबॉल से रिटायर हो गए हैं. छेत्री ने गुरुवार को कुवैत के खिलाफ करियर का आखिरी इंटरनेशनल मैच खेला. कोलकाता के सॉल्ट लेक स्टेडियम में यह मैच गोलरहित ड्रॉ रहा. इसी के साथ छेत्री का 19 साल का सुनहरा करियर थम गया. मैच के बाद छेत्री रोते हुए स्टेडियम से बाहर निकले. उन्हें दोनों टीमों के खिलाड़ियों ने गॉर्ड ऑफ ऑनर दिया.
सुनील छेत्री कुवैत के खिलाफ पूरे मैच के दौरान मैदान पर रहे. हालांकि अपने आखिरी इंटरनेशनल मैच में वह गोल करने में नाकाम रहे. छेत्री भारत के लिए सबसे ज्यादा गोल करने वाले खिलाड़ी हैं. उन्होंने 151 इंटरनेशनल मैच में 94 गोल दागे. वह सबसे ज्यादा गोल करने के मामले में दुनिया के एक्टिव फुटबॉलर्स की लिस्ट में तीसरे स्थान पर हैं. उनसे ज्यादा इंटरनेशनल गोल करने वाले एक्टिव खिलाड़ी क्रिस्टियानो रोनाल्डो और लियानेल मेसी हैं.
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सुनील छेत्री ने 16 मई को ही ऐलान कर दिया था कि कुवैत के खिलाफ फीफा वर्ल्ड कप 2026 का क्वालिफायर मैच के बाद वह इंटरनेशनल फुटबॉल को अलविदा कह देंगे. उन्हें विदाई देने के लिए सॉल्ट लेक स्टेडियम खचाखच भरा हुआ था. छेत्री का परिवार और कई पूर्व खिलाड़ी भी स्टेडियम पहुंचे हुए थे. भारत को फुटबॉल में नई पहचान दिलाने वाले छेत्री को 2021 में खेल रत्न अवॉर्ड से नवाजा गया था. इससे पहले उन्हें पद्म श्री और अर्जुन पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है.
कुवैत के खिलाफ मैच ड्रॉ होने से फीफा क्वालिफायर में भारत के तीसरे दौर में पहुंचने की उम्मीदों को करारा झटका लगा है. अब भारतीय टीम कतर के खिलाफ अगले मैच में उतरेगी. इस मैच में उन्हें हर हाल में जीत दर्ज करना होगा. हालांकि यह आसान नहीं रहने वाला है. फीफा क्वालिफायर के अगले दौर में पहुंचने के लिए कतर को हराने के अलावा भारत को दूसरी टीमों के नतीजों पर भी निर्भर रहना होगा.
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