डीएनए हिंदी: भारतीय अंडर-19 टीम के कप्तान रह चुके उनमुक्त चंद का करियर 29 साल की उम्र में ही खत्म होते-होते बचा है. उनमुक्त की आंख पर ऐसी भयानक चोट लगी है, जिसे देखने के बाद फैंस का दिल बैठ गया है. अमेरिका में Minor League cricket में Silicon valley strikers की ओर से खेल रहे उनमुक्त की आंख बुरी तरह सूज गई है और काली भी पड़ गई है. भारतीय क्रिकेट से संन्यास ले चुके उनमुक्त ने अपने सोशल मीडिया पर चोट की तस्वीर शेयर कर अपना हाल बताया है. उन्होंने कहा है कि एक एथलीट के लिए कुछ भी आसान नहीं रहता. कभी आप जीत के साथ घर लौटते हो तो कभी निराशा हाथ लगती है और कभी चोट के साथ. भगवान शुक्र है कि मुझे बड़ी चोट नहीं लगी. जमकर खेलें सेफ रहें.
ट्विटर हैंडल से शेयर की गई तस्वीर में उनमुक्त की आंख की हालत देख आप अंदाजा लगा सकते हैं कि चोट कितनी गंभीर हो सकती थी. फैंस तस्वीर को देखने के बाद उनमुक्त के लिए जल्द ठीक होने की दुआ कर रहे हैं. साथ ही ये भी बता रहे हैं कि उनमुक्त एक असली चैंपियन हैं. वो बता रहे हैं कि अनिल कुंबले के जैसे उनमुक्त भी 2018 में टूटे जबड़े के साथ दिल्ली के लिए खेल चुके हैं.
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भारत के लिए नहीं खेल पाए इंटरनेशनल मैच
उनमुक्त चंद कभी भी टीम इंडिया के लिए इंटरनेशनल मैच में डेब्यू नहीं कर पाए. हालांकि उन्होंने आईपीएल में जरूर 21 मैच खेलें हैं, जिसमें उन्होंने 300 रन बनाए. उनमुक्त को एक बार 2013 की आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी और 2014 टी20 वर्ल्ड कप के लिए चुनी गई 30 सदस्यीय भारतीय टीम में शामिल किया गया था. लेकिन वो एक भी मैच नहीं खेले.
टीम इंडिया को बनाया था विश्व विजेता
अंडर-19 क्रिकेट में उनमुक्त का उन दिनों बड़ा नाम हुआ करता था. 2012 के अंडर-19 विश्व कप फाइनल में उन्होंने 111 रनों की कप्तानी पारी खेली थी, जिसकी बदौलत भारत विश्व विजेता भी बना था. डोमेस्टिक क्रिकेट में 2010 से करियर की शुरुआत करने वाले उनमुक्त ने दिल्ली के लिए काफी लंबे समय तक खेला. वो दिल्ली के कप्तान भी रहे. लेकिन वो कभी भी सीनियर टीम में अपनी जगह पक्की नहीं कर पाए.
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