डीएनए हिंदी: क्रिकेट को जेंटलमेन गेम क्यों कहा जाता है इस बात का सटीक उदाहरण दलीप ट्रॉफी के फाइनल में अजिंक्या रहाणे ने पेश किया है. फाइनल मुकाबला वेस्ट जोन और साउथ जोन के बीच चल रहा है. रहाणे जो कि वेस्ट जोन के कप्तान हैं उन्होंने अपनी ही टीम के खिलाड़ी को मैदान से बाहर जाने कह दिया. दरअसल रहाणे ने टीम के सबसे होनहार खिलाड़ी में से एक यशस्वी जायसवाल को फील्ड से बाहर कर दिया. यशस्वी की क्या गलती थी और रहाणे को इस तरह का एक्शन क्यों लेना पड़ा आइए जानते हैं...
क्या किया था जायसवाल ने
दूसरी पारी में वेस्ट जोन के लिए 323 गेंदों पर 265 रनों की पारी खेलने वाले जायसवाल को पहले सेशन में रहाणे से कुछ बात करते देखा गया और फिर इसके बाद वो फील्ड छोड़कर जाते दिखे. जायसवाल साउथ जोन के बल्लेबाज रवि तेजा के साथ काफी देर से स्लेजिंग कर रहे थे. तेजा ने जायसवाल की शिकायत भी की और खुद रहाणे ने जायसवाल को दो बार समझाया, यहां तक की अंपायरों को भी बीच में आना पड़ा. लेकिन इसके बाद भी जब जायसवाल नहीं माने तो रहाणे ने उन्हें सबक सिखाया.
दीप्ति की 'गलती' पर अश्विन हो रहे ट्रोल, अब ऑफ स्पिनर ने दिया हीरो वाला जवाब
रहाणे बड़े प्यार से यशस्वी जायसवाल के पास गए और उन्हें कुछ ऐसा कहा, जिसके बाद जायसवाल मैदान के बाहर चले गए. रहाणे ने जायसवाल की जगह सब्स्टीट्यूट फील्डर भी नहीं लिया और 10 खिलाड़ियों के साथ ही फील्डिंग भी जारी रखी. इस प्रकरण का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. लोग तरह-तरह की प्रतिक्रिया दे रहे हैं. वहीं ज्यादातर का कहना है कि रहाणे ने जो किया वो सही किया.
वेस्ट जोन ने जीता फाइनल
मैच में वेस्ट जोन की पकड़ बेहद मजबूत थी और उसने फाइनल मैच 294 रनों से जीत भी लिया. वेस्ट जोन पहली पारी में सिर्फ 270 रनों पर सिमट गई थी. जब कि साउथ जोन ने 327 रन बनाए थे. लेकिन इसके बाद दूसरी पारी में वेस्ट जोन ने शानदार वापसी की और यशस्वी जायसवाल की 265 रन और सरफराज खान के 127 रनों की मदद से 585 रन ठोक दिए. इतने बड़े टारगेट का पीछा करने में साउथ जोन असफल रही और वेस्ट जोन ने दलीप ट्रॉफी 2022 का फाइनल जीत लिया.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.