Bajrang Punia और Sakshi Malik के समर्थन में उतरा 'गूंगा पहलवान', वीरेंद्र सिंह ने भी किया ये बड़ा ऐलान

Written By कुणाल किशोर | Updated: Dec 23, 2023, 08:52 PM IST

वीरेंद्र सिंह ने साक्षी मलिक के समर्थन में अपना पद्मश्री लौटाने का ऐलान किया है

Wrestler Virender Singh: बृजभूषण शरण सिंह के करीबी संजय सिंह के भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के अध्यक्ष बनने पर नाराज  साक्षी मलिक ने खेल को अलविदा कह दिया था. अब उनके समर्थन में वीरेंद्र सिंह भी आ गए हैं.

डीएनए हिंदी: भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के करीबी संजय सिंह के फेडरेशन के शीर्ष पद पर बैठने के साथ ही पहलवानों ने मोर्चा खोल दिया है. WFI के नए अध्यक्ष के चुनाव के बाद नाराज साक्षी मलिक ने नम आंखों के साथ जहां कुश्ती को अलविदा कह दिया, वहीं बजरंग पूनिया ने प्रधानमंत्री आवास के बाहर अपना पद्मश्री पुरस्कर रख दिया. अब गूंगा पहलवान के नाम से मशहूर वीरेंद्र सिंह भी अपने साथ पहलवानों के सपोर्ट में उतर गए हैं. डेफलंपिक चैंपियन वीरेंद्र ने एक्स पर घोषणा की है कि साक्षी मलिक के सम्मान में वह भी अपना पद्मश्री लौटा देंगे. 

वीरेंद्र सिंह ने एक्स पर लिखा, 'मैं भी अपनी बहन और देश की बेटी के लिए माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी को पद्मश्री लौटा दूंगा.' इसके अलावा उन्होंने सचिन तेंदुलकर और नीरज चोपड़ा को टैग करते हुए देश के शीर्ष खिलाड़ियों से अपील है कि वह भी अपना निर्णय लें.

 

हमारी लड़ाई सरकार से नहीं, सिर्फ एक व्यक्ति के खिलाफ - बजरंग

अपना पद्मश्री लौटाने के बाद बजरंग ने मीडिया से कहा कि उनकी लड़ाई सरकार से नहीं सिर्फ एक व्यक्ति के खिलाफ है. उन्होंने कहा, "जब महिला पहलवानों को उचित सम्मान नहीं दिया जाता है, तो मैं भी इस सम्मान का हकदार नहीं हूं. हम 40 दिनों से सड़क पर थे, लेकिन सरकार ने जो वादे किए थे, वे पूरे नहीं हुए. हमारी लड़ाई सरकार के खिलाफ नहीं, बल्कि एक व्यक्ति के खिलाफ है. मैं न्यायपालिका में विश्वास करता हूं, लेकिन जो कुछ हो रहा है, मैं सिस्टम में विश्वास नहीं रख सकता.'' 

पूर्व पहलवान ने करियर पर ध्यान देने की दी सलाह

पूर्व पहलवान संग्राम सिंह ने आने वाले खिलाड़ियों को सलाह दी है कि वे करियर पर ध्यान दें. उन्होंने ANI से कहा, "मैं आने वाले सभी खिलाड़ियों और अपने सहयोगियों से अपील करना चाहता हूं कि हमें अपने करियर पर ध्यान देना चाहिए. लोग आपको गुमराह करेंगे और (उनकी) बात सुनने के बाद आप राजनेता, अभिनेता, उद्यमी या समाजवादी बनना चाहेंगे, लेकिन बाद में हमें पछतावा होता है, जब हम अपना करियर खो देते हैं... हम सभी को देश के लिए सोचना चाहिए. सरकारें आएंगी, सरकारें जाएंगी लेकिन देश हमेशा रहेगा."

 

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