Impact Player Rule In IPL: क्रिकेट हो जाएगा और रोमांचक, जब आप समझ लेंगे इम्पैक्ट प्लेयर का नियम

Written By विवेक कुमार सिंह | Updated: Dec 20, 2023, 04:22 PM IST

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Indian Premier League 2024 में फिर से इम्पैक्ट प्लेयर का नियम लागू होने वाला है. इसे पहली बार 2023 आईपीएल में और उससे पहले सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में आजमाया गया था.

डीएनए हिंदी: 19 दिसंबर को आईपीएल ऑक्शन 2024 के दौरान नए कीर्तिमान लिखे गए. अब सबकी नजर उन खिलाड़ियों पर रहने वाली है जिन्होंने करोड़ों रुपए फ्रेंचाइजी से लिए हैं. इसके अलावा आईपीएल में पिछले संस्करण से आया नया नियम भी इसे और रोमांचक बनाने वाला है. आईपीएल 2023 इम्पैक्ट प्लेयर को पहली बार लागू किया गया और कहीं हद तक सफल रहा था. एक बार फिर से यह नियम इंडियन प्रीमियर लीग में चार चांद लगाता नजर आएगा और लीग को और रोमांचक बनाएगा. चलिए उससे पहले आसान भाषा में इम्पैक्ट प्लेयर के नियम को समझते हैं. 

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किसी भी मुकाबले के लिए प्लेइंग 11 में 4 विदेशी खिलाड़ी शामिल हैं तो इम्पैक्ट प्लेयर सिर्फ भारतीय ही हो सकता है. इम्पैक्ट प्लेयर टीम के लिए बल्लेबाजी और गेंदबाजी करने के लिए आ सकता है. आपको बता दें कि रग्बी, फुटबॉल, कबड्डी और हॉकी जैसे खेलों में पहले से इत तरह के नियम हैं और इससे खेल काफी रोमांचक हो जाता है. ऐसे में क्रिकेट को और रोमांचक बनाने के लिए इस नियम को पहले घरेलू स्तर पर लागू कर के आजमाया जा रहा है. 

कैसे इम्पैक्ट प्लेयर का किया जाएगा इस्तेमाल? 

टॉस के समय जब कप्तान अपनी प्लेइंग 11 के सूची सौंपेंगे, तभी उन 5 खिलाड़ियों के नाम भी देने होंगे, जिसमें से किसी एक खिलाड़ी को इम्पैक्ट प्लेयर के रूप में उपयोग किया जा सकता है. पारी के हर ओवर के खत्म होने पर या विकेट गिरने पर या किसी खिलाड़ी के चोटिल होने पर इम्पैक्ट प्लेयर को लाया जा सकता है. हालांकि गेंदबाजी कर रही टीम के चलते ओवर के दौरान अगर विकेट गिरता है या कोई बल्लेबाज रिटायर होता है तो इम्पैक्ट प्लेयर उस ओवर को पूरा नहीं कर सकता है. उसे हमेशा नया ओवर ही डालना होगा. 

इम्पैक्ट प्लेयर कब विदेशी खिलाड़ी नहीं हो सकता? 

अगर कोई टीम अपनी शुरुआती 11 में चार विदेशी खिलाड़ियों को शामिल करती है, तो वे इम्पैक्ट प्लेयर के रूप में एक भारतीय को ही ला सकते हैं. इम्पैक्ट प्लेयर की जगह बाहर होने वाला खिलाड़ी मैच से बाहर हो जाएगा. मैच से बाहर होने के बाद वह कोई भी भूमिका नहीं निभा सकता है. जब मैदान पर इम्पैक्ट प्लेयर आएगा तो अंपायर दोनों हाथ को ऊपर उठाकर क्रॉस बनाएगा. अगर मैच 10-10 ओवर का हो रहा है तो कोई भी टीम इम्पैक्ट प्लेयर का इस्तेमाल नहीं कर सकती है. 

यह गेंदबाजी टीम के लिए कैसे काम करता है?

जब गेंदबाजी टीम अपने इम्पैक्ट प्लेयर को लाती है, तो उन्हें अपने चार ओवरों का पूरा कोटा फेंकने की अनुमति होगी, भले ही उनकी जगह लेने वाले खिलाड़ी ने कितने भी ओवर फेंके हों. उदाहरण के लिए किसी टीम के पास पावरप्ले स्पेशलिस्ट गेंदबाज है और वह पारी की शुरुआत में अपने 4 ओवर खत्म कर लेता है तो आने वाला इम्पैक्ट प्लेयर भी अपने पूरे 4 ओवर डाल सकता है.  गेंदबाजी टीम ओवर के बीच में अपने इम्पैक्ट प्लेयर को लाती है, तो ओवर खत्म होने तक उसे नया ओवर डालने तक इंतजार करना होगा. 

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